महागठबंधन से आउट टीआरएस!
विधानसभा भंग होने के एक हफ्ते के भीतर ही कांग्रेस ने तेलगू देशम पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी और तेलंगाना जन समिति को जोड़कर एक महागठबंधन बनाने की तैयारी कर ली है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के मुताबिक, शुरुआती सहमति के बाद अब सीटों के बंटवारे पर बातचीत चल रही है। जल्द ही गठबंधन की औपचारिक घोषणा हो सकती है। वहीं विपक्ष ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। बता दें कि हाल ही में कर्नाटक में जब सरकार बनी थी तब मुख्यमंत्री कुमार स्वामी के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष की एकजुटता की तस्वीरें सामने आई थी। गैर भाजपा-गैर एनडीए नेताओं का जमावड़ा देखने को मिला। शपथग्रहण समारोह में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए और तीसरे मोर्चे के बड़े नेता, मुख्यमंत्री शामिल थे। लेकिन तेलंगाना राष्ट्र समिति के अध्यक्ष, मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव नहीं पहुंचे। तभी से केसीआर ने कांग्रेस पर हमला बोलना शुरू कर दिया था।
खटाई में पड़ा तीसरा मोर्चा इस साल तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के अध्यक्ष के चंद्रशेखर राव ने वैकल्पिक एजेंडा और वैकल्पिक राजनीतिक शक्ति की जरूरत की बात कहते हुए। कई नेताओं से मुलाकात की थी। जिसमें जनता दल ( सेकुलर) नेता एच.डी देवेगौड़ा और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल रही। उन्होंने तीसरा मोर्चा बनाने की बात कही थी। तब ये भी खबरें आई थी कि तीसरे मोर्चे में तेदेपा भी शामिल हो सकती है। लेकिन एनडीए से अलग हो कर और पहली बार कांग्रेस के साथ हाथ मिलने वाली टीडीपी ने भी संकेत दे दिए हैं।