क्या कहा था मुफ्ती ने मुफ्ती ने कहा था कि हमारी पार्टी बरकरार और मजबूत है।अगर केंद्र ने मुस्लिम यूनाइटेड फ्रंट (एमयूएफ) को कुचलने की कोशिश की तो इसका खतरनाक परिणाम होगा। बता दें कि कश्मीर घाटी में आतंक की शुरुआत हिजबुल मुजाहिद्दीन से हुई जो सैयद सलाहुद्दीन का बनाया हुआ संगठन था। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) भी कश्मीर में 80 के दशक का एक प्रमुख आतंकी संगठन था।
भगवान जगन्नाथ रथयात्रा: भारी सुरक्षा इंतजामों के बीच अहमदाबाद और पुरी में शुरू हुआ समारोह भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया सत्तारूढ़ भाजपा ने महबूबा मुफ्ती की बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और आतंकवादियों के समर्थक होने का आरोप लगाया। भाजपा ने कहा कि वह आतंकवादी विद्रोह की धमकी दे रही हैं । केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ” इस बयान की जरिये उन्होंने अलगाववादियों के साथ अपनी निकटता का खुलासा किया है।असल में वह आतंकवादियों को ऑक्सीजन देने की कोशिश कर रही हैं।” एक और भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा कि मुफ्ती की टिप्पणी बेहद घटिया थी और वह अपनी पार्टी की टूटने से भारी दबाव में लग रही थीं। उन्होंने पूछा, “क्या वह अब अपनी पार्टी को हिजबुल मुजाहिद्दीन के साथ खड़ा दिखने की कोशिश कर रही है?”
उधर जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री और भाजपा नेता कविंदर गुप्ता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुफ्ती आतंकवादी विद्रोह की धमकी दे रही है जबकि अभी कुछ दिन पहले ही वह राज्य पर शासन कर रही थीं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने खारिज किया दावा विपक्षी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने भी मुफ़्ती की इस बयान की निंदा की और कहा कि उनकी पार्टी एक भी आतंकवादी की साथ खड़ी नहीं होगी । एनसी के अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि ‘भाजपा और पीडीपी के ब्रेक-अप के साथ कश्मीर की राजनीति में कोई नया मील का पत्थर नहीं बन जाएगा। कश्मीर के लोग लोग कश्मीरी वोटों को विभाजित करने के लिए दिल्ली में बनाई गई पार्टी के निधन पर शोक नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा कि आज महबूबा मुफ़्ती केंद्र को नवीनीकृत आतंकवाद की धमकी दे रही हैं, जबकिऐसा लगता है कि उनके शासन में कश्मीर में आतंकवाद पहले ही पुनर्जन्म ले चुका है।’
पीडीपी टूटने से बौखलाईं मुफ्ती बता दें कि जून में मुफ्तीको उस वक्त इस्तीफा देना पड़ा था जब भाजपा ने राज्य में बढ़ते सुरक्षा संकट का हवाला देते हुए अचानक पार्टी के साथ अपने तीन साल के गठबंधन को तोड़ दिया था। उसके बाद उनकी पार्टी के विधायकों के टोट्ने की खबरें आने लगीं। उनकी पार्टी के पांच विद्रोहियों ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित किया। उधर जम्मू-कश्मीर विधानसभा अध्यक्ष निर्मल सिंह ने बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इससे इन अटकलों को और बल मिला कि भाजपा राज्य में अगली सरकार बनाने के लिए तैयारी कर रही है।
तीन दिन के बांग्लादेश दौरे पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह, आतंकवाद और रोहिंग्या मुद्दे पर शेख हसीना से करेंगे बात कश्मीर से आ रही ख़बरों के अनुसार पीडीपी के विद्रोहियों के समर्थन से भाजपा जम्मू कश्मीर में एक हिंदू मुख्यमंत्री की ताजपोशी की कोशिश कर रही है। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 28 अगस्त को अमरनाथ यात्रा की समाप्ति के बाद ऐसी घोषणा की उम्मीद की जा सकती है।