राहुल गांधी ने दी नसीहत
गौरतलब है कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्लूसी) को नए सिरे से पुनर्गठित किया है। पर्लियामेंट एनेक्सी में नवगठित सीडब्लूसी की बैठक उनकी अध्यक्षता में जारी है। उन्होंने सीडब्लूसी के पदाधिकारियों और सदस्यों से शुरुआती संबोधन में कहा कि आप लोग लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। साथ ही मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ जनता को जागरूरक करें।
आक्रामकता का देना होगा जवाब
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया है कि मोदी सरकार की आक्रामकता का जवाब देना होगा। केंद्र सरकार अपनी आक्रामकता के बल पर कमजोरियों को छुपाने में लगी है। हमें उन्हें ऐसा करने देने से रोकना होगा। आपको बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दो दिन पहले अविश्वास प्रस्ताव की चर्चा के दौरान पीएम मोदी, भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा था।
क्या है सीडब्लूसी ?
सीडब्लूसी कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है। इसमें कांग्रेस के अनुभवी और युवा नेताओं को स्थान दिया जाता है। राहुल गांधी ने नवगठित सीडब्लूसी में दोनों के बीच संतुलन साधन का काम किया है। उन्होंने नवगठित सीडब्ल्यूसी में 51 सदस्यों को शामिल किया है। इनमें 23 सदस्य, 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 आमंत्रित सदस्य शामिल हैं। नवगठित कार्य समिति में कई ऐसे नेताओं को जगह नहीं मिली है जो सोनिया गांधी के अध्यक्ष रहते हुए कार्य समिति के प्रमुख सदस्य हुआ करते थे। इनमें दिग्विजनय सिंह, जनार्दन द्विवेदी, कर्ण सिंह, मोहसिना किदवई, ऑस्कर फर्नांडीस, मोहन प्रकाश और सीपी जोशी जैसे कद्दावर नेताओं को नई कार्य समिति में जगह नहीं मिली है। जबकि सीडब्ल्यूसी के सदस्यों में वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह, पार्टी के कोषाध्यक्ष मोती लाल वोरा, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, एके एंटनी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी और ओमन चांडी पहले की तरह बने हुए हैं।