बता दें कि नवगठित विधानसभा बीजेपी के 8 विधायक हैं। नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में प्रमुख रूप से तीन विधायक शामिल बताए जा रहे हैं। पार्टी विधायक दल की बैठक की तिथि अभी तय नहीं हुई है। अगले सप्ताह बैठक हो सकती है। इसके साथ ही संभावना जताई जा रही है कि पार्टी हाई कमान द्वारा नेता प्रतिपक्ष के नाम पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
इस बार विजेंद्र गुप्ता, मोहन सिंह बिष्ट, रामबीर सिंह बिधूड़ी, ओमप्रकाश शर्मा, अभय वर्मा, जितेंद्र महाजन, अनिल वाजपेयी, अजय महावर चुनाव जीते हैं। करावल नगर से पांचवीं बार जीत हासिल करने वाले बिष्ट और बदरपुर से चौथी बार विधानसभा पहुंचे रामबीर सिंह बिधूड़ी को भी इस पद का दावेदार माना जा रहा है।
विजेंद्र गुप्ता पिछली बार बीजेपी को मात्र तीन सीटें मिली थीं। विजेंद्र गुप्ता, ओपी शर्मा और जगदीश प्रधान विधानसभा पहुंचने में सफल रहे थे। गुप्ता को नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था। इस बार भी वह विधानसभा पहुंचने में सफल रहे हैं, लेकिन उन्हें नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी मिलेगी या नहीं। इस पर अब तक फैसला नहीं हुआ है।
मोहन सिंह बिष्ट दिल्ली प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष बिष्ट पार्टी के पुराने नेता हैंं। 1998 से 2013 तक वह लगातार करावल नगर से चुनाव जीतते रहे हैं। 2015 में उन्हें हार मिली थी। लेकिन एक बार फिर से वह चुनाव जीतने में सफल रहे हैं।
रामबीर सिंह बिधूड़ी रामबीर सिंह बिधूड़ी भी बीजेपी के अनुभवी विधायक हैं। विद्यार्थी परिषद से राजनीतिक सफर की शुरुआत करने वाले बिधूड़ी कई पार्टियों में रह चुके हैं। 1993 में वह जनता दल के टिकट पर विधानसभा पहुंचे थे। जनता दल विधायक दल के नेता भी चुने गुए थे। उसके बाद वह वर्ष 2003 में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते थे। उन्हें सर्वश्रेष्ठ विधायक का भी पुरस्कार मिला था। वर्ष 2012 में भाजपा में शामिल हुए और 2013 में वह विधानसभा पहुंचे थे। 2015 में चुनाव हारने के बाद इस बार फिर से वह विधायक चुने गए हैं।