अलका लांबा ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा कि मैं परिणाम स्वीकार करती हूं। चुनाव में हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण हुआ। कांग्रेस को नए चेहरों के साथ उतरना होगा। गौरतलब है कि 2015 के विधानसभा चुनाव में चांदनी चौक से अलका लांबा ने आप के टिकट पर जीत हासिल की थी। अभी चुनाव की घोषणा के कुछ समय पहले ही अलका आम आदमी पार्टी को छोड़ कांग्रेस में गई थीं। चांदनी चौक में आठ फरवरी को मतदान के दिन भी अलका सुर्खियों में आई थीं। उन्होंने मतदान केंद्र पर एक आप कार्यकर्ता को जोरदार थप्पड़ जड़ने की कोशिश की थी। अलका का आरोप था कि कार्यकर्ता ने उनके उपर अभद्र टिप्पणी की थी। अब देखना यह है कि कांग्रेस को एक भी सीट मिलती है या नहीं।