केजरीवाल और सिसोदिया से हो सकती है पूछताछ
दूसरी तरफ मुख्य सचिव मारपीट मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर रिपोर्ट सौंप दी है। बताया जा रहा है कि इस मामले में आरोपी आम आदमी पार्टी के विधायकों मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जांच रिपोर्ट के अनुसार घटनास्थल पर मौजूद विधायकों की लिस्ट तैयार कर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी। इस मामले में विधायकों पर कार्रवाई के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ हो सकती है।
दूसरी तरफ मुख्य सचिव मारपीट मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर रिपोर्ट सौंप दी है। बताया जा रहा है कि इस मामले में आरोपी आम आदमी पार्टी के विधायकों मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक जांच रिपोर्ट के अनुसार घटनास्थल पर मौजूद विधायकों की लिस्ट तैयार कर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करेगी। इस मामले में विधायकों पर कार्रवाई के अलावा मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ हो सकती है।
नौ विधायकों पर कसेगा शिकंजा
जानकारी के मुताबिक इस मामले में आरोपी विधायक अंबेडकर नगर से अजय दत्त, जनकपुरी से राजेश ऋषि, वजीरपुर से राजेश गुप्ता, किरारी से रितुराज गोविंद, कस्तूरबा नगर से पूर्व विधायक मदन लाल, जंगपुरा से प्रवीण कुमार, संगम विहार से दिनेश मोहनिया, बुरारी से संजीव झा और लक्ष्मी नगर से नितिन त्यागी से दिल्ली पुलिस सोमवार को पूछताछ करेगी। अब इस मामले में सबसे ज्यादा अहम सुबूत सीसीटीवी फुटेज है। पुलिस को फुटेज से अहम सुबूत मिले की उम्मीद है। पुलिस विधायकों पर कार्रवाई से पहले उक्त सुबूत को इकट्ठा कर लेना चाहती है। अदालत में सीएम के सलाहकार वीके जैन की घटना के बारे में स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस के पास दूसरा सबूत सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ही होगी।
जानकारी के मुताबिक इस मामले में आरोपी विधायक अंबेडकर नगर से अजय दत्त, जनकपुरी से राजेश ऋषि, वजीरपुर से राजेश गुप्ता, किरारी से रितुराज गोविंद, कस्तूरबा नगर से पूर्व विधायक मदन लाल, जंगपुरा से प्रवीण कुमार, संगम विहार से दिनेश मोहनिया, बुरारी से संजीव झा और लक्ष्मी नगर से नितिन त्यागी से दिल्ली पुलिस सोमवार को पूछताछ करेगी। अब इस मामले में सबसे ज्यादा अहम सुबूत सीसीटीवी फुटेज है। पुलिस को फुटेज से अहम सुबूत मिले की उम्मीद है। पुलिस विधायकों पर कार्रवाई से पहले उक्त सुबूत को इकट्ठा कर लेना चाहती है। अदालत में सीएम के सलाहकार वीके जैन की घटना के बारे में स्वीकारोक्ति के बाद पुलिस के पास दूसरा सबूत सीसीटीवी कैमरे की फुटेज ही होगी।