लूट के वक्त बंद थी ममनोहन सिंह की आंखे
उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी सरकार में भ्रष्टाचार को लेकर अपनी आंखें मूंद ली थी। यह बहुत दुखद है कि वह नोटबंदी के विरोध में हैं।
कालेधन का समर्थन करती है विपक्ष
सीतारमण ने पत्रकारों से कहा, “क्या विपक्षी पाíटयां आठ नवंबर को काला दिवस के रूप में मना कर काले धन का समर्थन कर रही हैं? जबकि सरकार ने इस दिन काला धन हटाने का फैसला किया था।”
सरकार ने दिया कालेधन के खुलासे का मौका
सीतारमण ने कहा कि सरकार ने पिछले वर्ष 30 सितंबर, 2016 तक स्वैच्छिक प्रकटीकरण योजना के तहत लोगों से अपनी अघोषित आय या संपत्ति को घोषित करने का आग्रह किया था। नोटबंदी लोगों को समय देने के बाद किया गया था।
विपक्ष हमसे GST पर सवाल करता था
नोटबंदी और वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) को कम समय पर लागू करने से लोगों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर रक्षामंत्री ने कहा, “जब हम सत्ता में आए तो विपक्षी पार्टी हमसे जीएसटी विधेयक पास करने के बारे में पूछने लगी। उसी तरह लोग हमसे कालाधन समाप्त करने के लिए कहने लगे।रक्षामंत्री ने कहा कि जब सरकार ने इन दोनों मुद्दों पर कार्रवाई की तो लोग अब कह रहे हैं कि क्या इन दोनों को बाहर किया जा सकता था। उन्होंने कहा कि डिजिटल लेन-देन करना लोगों के लिए आवश्यक नहीं है, लेकिन इससे सरकार को फर्जी दावेदारों पर कार्रवाई करने में आसानी हुई।
हम बैठने वाले नहीं
उन्होंने कहा कि काले धन के खिलाफ भाजपा सरकार की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी और वित्त मंत्रालय डिजिटल भुगतान में लगने वाले लेन-देन शुल्क की शिकायतों को देख रहा है। सीतारमण ने कहा, “हम यह कहकर नहीं बैठ सकते कि हमने नोटबंदी कर दी है। हमें काले धन को समाप्त करने के लिए लगातार कदम उठाने होंगे।”