राष्ट्रीय महासचिव से लकेर पार्टी प्रवक्ता तक हुए बागी
बागी नेता बनाएंगे लोजपा सेक्युलर
रामविलास पासवान पर परिवारवाद का आरोप
रामविलास पासवान की LJP में दरार, बागी नेता बनाएंगे नया मोर्चा
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बंपर जीत हासिल करने वाली केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में फूट पड़ गई है। पार्टी के कई नेताओं ने बगावती तेवर अख्तियार करते हुए नया मोर्चा बनाने का ऐलान किया है। इनमें कुछ नेताओं ने पार्टी पर अनदेखी का आरोप लगाया है तो कुछ लोकसभा चुनाव में टिकट बंटवारे से असंतोष में थे।
पढ़ें- मोदी कैबिनेट का फैसला: संसद में लाया जाएगा तीन तलाक विधेयक, जम्मू कश्मीर में बढ़ा राष्ट्रपति शासनबागी नेताओं में महासचिव से लेकर प्रवक्ता तक शामिल एक न्यूज चैनल के मुताबिक, लोजपा के कई वरिष्ठ नेता पार्टी हाईकमान से नाराज हैं। इनमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सत्यानंद शर्मा से लेकर पार्टी प्रवक्ता तक शामिल हैं। सत्यानंद शर्मा ने बताया कि वैशाली के पूर्व सांसद रामा सिंह समेत कई नेता पार्टी से नाराज हैं और आज अलग होने की घोषणा करेंगे।
बागी नेता बनाएंगे लोजपा सेक्युलर शर्मा ने यह भी बताया कि सभी नेता एक साथ अलग होंगे और आज ही नई पार्टी का ऐलान करेंगे, जिसका नाम लोजपा सेक्युलर होगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, आज दोपहर सभी बागी नेता पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इसकी औपचारिक घोषणा करेंगे।
वहीं, कुछ नेताओं में टिकट बंटवारे को लेकर भी असंतोष था। रामा सिंह पिछले कई दिनों से बागी तेवर अपना चुके थे तो कई चेहरों को भी टिकट मिलने की आस थी जो पूरी नहीं हो सकी थी।
लिहाजा इन सभी ने पार्टी से अलग होने का फैसला किया है। ऐसा माना जा रहा है कि इस फूट से लोजपा को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। सभी सीटों पर लोजपा की हुई थी जीत
जमुई, समस्तीपुर, हाजीपुर से रामविलास पासवान के परिवार के लोगों ने ही चुनाव लड़ा था। जमुई से रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान, समस्तीपुर से रामचंद्र पासवान (परिवार का सदस्य), हाजीपुर से पशुपति कुमार पारस (रामविलास पासवान के भाई) ने चुनावी ताल ठोकी थी।
राज्य सभा जाएंगे रामविलास खराब स्वास्थ्य के कारण रामविलास पासवान इस बार लोकसभा चुनाव नहीं लड़े थे। वह बिहार से राज्य सभा जाएंगे। मोदी सरकार में एक बार फिर रामविलास केंद्रीय मंत्री बने हैं।
अब देखना यह है 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव में इनकी पार्टी को कितनी सीटें मिलती हैं और क्या समीकरण बनता है। लेकिन, इस फूट से बिहार में एलजेपी को नुकसान उठना पड़ सकता है।