बता दें कि कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि राहुल गांधी आज ही के दिन पार्टी अध्यक्ष बने थे। नतीजे उनके लिए तोहफा हैं।
मतगणना स्थल से मायूस होकर लौट रहे भाजपा कार्यकर्ता, कांग्रेस नारों के साथ झूमने लगे
पांच राज्यों के चुनाव राहुल के लिए होंगे ‘तोहफा’
रुझानों को देखें तो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 15 साल के भाजपा शासन के बाद कांग्रेस जीत के करीब जाती दिख रही है। राजस्थान में भी कांग्रेस सत्ता पर काबिज हो सकती है। वहीं तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस भाजपा को पस्त करती हुई नजर आ रही है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को 2019 के लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है। ऐसे में कांग्रेस अध्यक्ष के तौर पर राहुल गांधी को पहले ही जन्मदिन का तोहफा मिल सकता है।
14 साल से सक्रिय राजनीति में राहुल राहुल गांधी ने राजनीति में 2004 में प्रवेश किया था। उस वक्त वे अमेठी से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचे थे। बाद में राहुल गांधी को 2007 में कांग्रेस में संगठन महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई। इस दौरान कांग्रेस 10 साल तक सत्ता में रही, लेकिन राहुल कभी भी मनमोहन सिंह की कैबिनेट में शामिल नहीं रहे और वे पार्टी के मोर्चे से ही राजनीति करते रहे।