जम्मू। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) से वैचारिक मतभेदों के बावजूद दोनों दलों ने चुनावी अंकगणित की वजह से जम्मू-कश्मीरमें गठबंधन सरकार बनाई। केंद्रीय वित्त मंत्री ने कहा, जम्मू ने भाजपा को विधानसभा चुनाव में जबर्दस्त समर्थन दिया था जबकि पीडीपी घाटी में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी।
जेटली ने कहा, यदि आप उन चुनावों की अंकगणितीय संभावना पर गौर करेंगे तो केवल भाजपा और पीडीपी के हाथ मिलाने से ही सरकार बनने की संभावना थी। वैचारिक मतभेद होने के बावजूद शासन चलाने वाला गठबंधन बना। यह हमारे पीडीपी के दोस्तों को भी अच्छी तरह मालूम है। इस गठबंधन का मकसद राज्य का विकास करना है।
जेटली यहां जम्मू शहर में त्रिकूटा नगर इलाके में उच्च तकनीकी सुविधाओं से लैस पार्टी कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह एक मुश्किल स्थिति है लेकिन हर
पार्टी को हर हाल में राज्य के विकास में सहायता के लिए योगदान करना है।
उन्होंने कहा कि भाजपा का जम्मू-कश्मीर से रिश्ता केवल राजनीतिक नहीं बल्कि भावनात्मक एवं वैचारिक है। जब देश में जनसंघ का गठन हुआ था, तब पंडित प्रेमनाथ डोगरा एवं अन्य लोगों ने उसके रक्षक की भूमिका निभाई थी। हम लोगों ने जम्मू-कश्मीर में अपने सिद्धांतों की रक्षा के लिए कुर्बानियां दी हैं।
जेटली ने कहा कि जल्दी देश के हर जिले और राज्य में भाजपा का कार्यालय होगा। जेटली के साथ पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के समय कठुआ-ऊधमपुर से सांसद और प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह भी थे।
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