स्वदेश पहुंची गुरप्रीत ने कहा कि संकट की जिस घड़ी में भारत सरकार ने उनकी मदद की है उसके लिए वो विदेश मंत्रालय की शुक्रगुजार हैं
नई दिल्ली। जर्मनी में फंसी हरियाणा की बेटी गुरप्रीत अपनी आठ साल की बेटी के साथ आज भारत पहुंच गईं। स्वदेश पहुंची गुरप्रीत ने कहा कि संकट की जिस घड़ी में भारत सरकार ने उनकी मदद की है उसके लिए वो विदेश मंत्रालय की शुक्रगुजार हैं। गौरतलब जर्मनी के शरणार्थी कैम्प में फंसी गुरप्रीत का मामला सोशल मीडिया में वायरल हो गया था, जिसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद मामले का संज्ञान लिया। उनके हस्तक्षेप के बाद जर्मनी के शरणार्थी कैंप मे फंसी गुरप्रीत और उनकी आठ साल की बेटी को सुरक्षित वाणिज्य दूतावास लाया गया।
इसकी जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने खुद ट्वीट के जरिए दी थी। महिला और उसकी बेटी फ्लाइट संख्या: 120 से दिल्ली पहुंचे। साथ ही फौरन कार्यवाही के लिए फ्रैंकफर्ट में भारतीय राजदूत गुरजीत सिंह और कौंसल जनरल रवीश कुमार के काम को सराहा। विदेश मंत्रालय पूछताछ, पासपोर्ट सेवा सपोर्ट और अतिरिक्त सचिव (पासपोर्ट और वीजा) डॉ. एएम गोंडाने की भी तारीफ करते हुए आगे के निवारणों के लिए सूचना देते रहने को कहा।
सुषमा ने बढ़ाया मदद को हाथ?
आपको बता दें कि गुरप्रीत ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर कर मदद मांगी थी। जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरप्रीत की मदद के लिए कदम बढ़ाए।
वीडियो में क्या था संदेश?
गुरप्रीत ने वीडियो संदेश में कहा था कि वह अपनी बेटी के साथ काफी परेशानी में है। उसे किसी तरह से यहां से निकाला जाए। वह फरीदाबाद की रहने वाली हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज की ओर से इस बारे में त्वरित कार्रवाई की गई थी।
जर्मनी में कैसे फंसी गुरप्रीत?
फरीदाबाद की रहनेवाली गुरप्रीत पति की तलाश में जर्मनी गई थी। ससुराव वालों पर धोखे से शरणार्थी शिविर में भेजने का आरोप उनकी ओर से लगाया गया है।