उरी आतंकी हमले के बाद सरकार का मुख्य एजेंडा लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करना है।
नई दिल्ली। उरी आतंकी हमले के बाद सरकार का मुख्य एजेंडा लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर सुरक्षा व्यवस्था बेहतर करना है। अब एलओसी पर सुरक्षा की एक और परत रखी जाएगी। यहां पर किसी भी खतरे की पहचान करने के लिए जमीनी सेंसर, थर्मल इमेजिंग, निगरानी रडार में तत्काल रूप से सुधार किए जाएंगे। मंगलवार को एलओसी के पास लछीपोरा पर भारतीय सेना ने 10 आतंकवादियों को मार गिराया।
इंटेलीजेंट एजेंसी ने दी घुसपैठियों के सीमा पार करने की चेतावनी
इस समय मल्टी एजेंसी सेंटर (एमएसी) इंटेलीजेंस ब्यूरो, मिलिट्री इंटेलीजेंस और अर्धसैनिक बलों ने चेतावनी दी है कि एलओसी पर इस समय घुसपैठियों का डर बना हुआ है। दिल्ली स्थित हेडक्वाटर पर सभी इंटेलीजेंस सूत्रों की सूचनाएं दर्ज की जा रही हैं। सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहाकार अजीब डोभाल, गृहमंत्री राजनाथ और सुरक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई बैठक में घुसपैठ के मुद्दे पर ही चर्चा हुई।
इस साल सबसे ज्यादा घुसपैठियों ने पार की एलओसी
हाल ही में मिली इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के अनुसार अप्रेल से अगस्त के बीच में करीब 80 घुसपैठियों ने एलओसी को पार किया। सेना का कहना है कि जनवरी से अगस्त के बीच में करीब 30 घुसपैठी पकड़े गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भारतीय सुरक्षा को इस समय उन घुसपैठियों से खतरा है जो भारत की सीमा पार करके अंदर आ चुके हैं। इस खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार सबसे पहले नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा को बढ़ाने पर गंभीरता से काम कर रही है। अब किसी भी तरह की लापरवाही देश को भारी पड़ सकती है।