इससे सकते में आए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने तुरंत एक्शन लेने को कहा। अनुशासन समिति के चेयरमैन ने विनय प्रधान को पार्टी से सस्पेंड करते हुए जिलाध्यक्ष समेत सभी पदों से हटा दिया। पोस्ट को भी वॉट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया।
मंगलवार को कांग्रेस के सामने उस समय अजीब हालात पैदा हो गए, जब पार्टी के ही मेरठ जिलाध्यक्ष ने राहुल के लिए बार-बार इस शब्द का इस्तेमाल किया। जिलाध्यक्ष ने राहुल की सादगी की तारीफ की, उनके द्वारा किए गए त्याग का हवाला दिया, उनका सहयोग करने की अपील की। लेकिन उनके वह शब्द इस्तेमाल करने की वजह से उन्हें पार्टी से निकाला गया।
बीजेपी प्रत्याशी की मदद के लगे थे आरोप कांग्रेस के कुछ नेताओं का आरोप है कि विनय जल्द ही बीजेपी में जा सकते हैं, इसीलिए उन्होंने ऐसी पोस्ट डाली। यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान भी विनय के खिलाफ मेरठ साउथ सीट पर बीजेपी प्रत्याशी की मदद करने का आरोप लगाते हुए पार्टी आलाकमान से शिकायत की गई थी।