बीजेपी-पीडीपी की सरकार में वित्त मंत्री थे द्राबू बता दें कि द्राबू यहां बीजेपी-पीडीपी गठबंधन की सरकार में वित्त मंत्री रह चुके हैं। इससे पहले वह जम्मू कश्मीर बैंक के सीईओ रह चुके हैं। बता दें 2015 में जम्मू कश्मीर में बीजेपी और पीडीपी सरकार के गठन में हसीब द्राबू ने अहम भूमिका निभाई थी।
विधानसभा भंग होने की वजह से दिया इस्तीफा हसीब द्राबू ने गुरुवार को अपना इस्तीफा महबूबा मुफ्ती को सौंप दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया है। द्राबू ने अपने इस्तीफे में कहा है कि राज्य के विधानसभा भंग होने के साथ ही उनका विधायी दायित्व समय से पहले ही खत्म हो गया। उन्होंने अपने पत्र में कहा है कि जिस समय में विधानसभा भंग की गई, वह उससे सहमत नहीं है। यह न तो लोकतांत्रिक व्यवस्था को मजबूत करता है और न ही उन्हें कोई गौरव प्रदान करता है, जिन्हें इसकी रक्षा की जिम्मेदारी दी गई।
ट्विटर पर दी इस्तीफे की जानकारी आपको बता दें कि द्राबू बिजनेस से संबंधित एक समाचार पत्र के संपादक भी रह चुके हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ जो भी है ठीक है, मेरे लिए अब विदा लेने का समय आ गया।” द्राबू ने यह पत्र अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया। उन्होंने कहा कि वह कुछ समय पहले से ही पार्टी के कामों से खुद को अलग कर चुके हैं।
21 नवंबर को जम्मू-कश्मीर विधानसभा हुई थी भंग आपको बता दें कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक द्वारा 21 नवंबर को विधानसभा भंग करने के बाद द्राबू दूसरे ऐसे नेता हैं, जिन्होंने पार्टी से इस्तीफा दिया है। इससे पहले इमरान अंसारी ने इस्तीफा दिया था।