प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के कार्यकाल की गलतियों को गिनाया। इस दौरान मनमोहन सिंह ने कहा कि मोदी सरकार ने वैसे तो कई गलतियां की हैं, लेकिन इस सरकार के कार्यकाल की 2 बड़ी गलतियां प्रमुख हैं और वो हैं जीएसटी और नोटबंदी। मनमोहन सिंह ने कहा कि इन गलतियों को टाला जा सकता था, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को तगड़ा नुकसान पहुंचाया है और देश के लघु, मध्यम उद्योगों को झटका लगा है। इसका नतीजा ये रहा है कि हजारों लोगों को अपनी नौकरियां गंवानी पड़ गई।
इस दौरान मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर कहा कि वो इस पद की गरिमा को बनाए रखें। मनमोहन सिंह ने कहा कि अच्छा होगा नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की गरिमा के अनुरूप ही बयान दें। उन्होंने कहा, ”देश के किसी भी प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री के पद का प्रयोग विरोधियों के बारे में ऐसी बातें कहने के लिए नहीं किया जो मोदी जी दिन-रात करते हैं। एक प्रधानमंत्री के लिए इतना नीचे गिरना ठीक नहीं हैं और यह देश के लिए भी अच्छा नहीं।”
इस दौरान मनमोहन सिंह ने नीरव मोदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरा। उन्होंने कहा, ”जहां तक नीरव मोदी का सवाल है, यह बात स्पष्ट थी कि 2015-16 में नीरव मोदी के कामकाज में कुछ गड़बड़ चल रही थी। इसके बावजूद भी मोदी सरकार ने ने कुछ नहीं किया। अगर किसी को दोष देना ही तो वर्तमान सरकार को दिया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा, ‘हमारे प्रधानमंत्री दावोस में नीरव मोदी के साथ थे। कुछ ही दिन बाद नीरव मोदी देश छोड़कर भाग गया। इसी से मोदी सरकार के वंडरलैंड में हो रही दुखद चीजों की झलकी मिलती है। जहां तक नीरव मोदी का सवाल है, यह जाहिर है कि 2015-16 तक कुछ न कुछ चल रहा था। लेकिन मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया। अगर किसी पर दोष मढ़ना होगा तो वह मोदी सरकार ही होगी।’
आखिर में मनमोहन सिंह ने कहा कि जिस तरह नरेंद्र मोदी हर दिन अपने विरोधियों के खिलाफ बातें कहने के लिए अपने पद का इस्तेमाल कर रहे हैं, वैसा दुरुपयोग किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया। इतने निचले स्तर पर चले जाना प्रधानमंत्री को शोभा नहीं देता। यह देश के लिए भी ठीक नहीं है। उन्होंने कहा ‘लगातार टैक्स बढ़ाकर भाजपा सरकार ने आम लोगों की कीमत पर बढ़ी तेल कीमतों से 10 लाख करोड़ रुपए की कमाई की है। आज हमारा देश बेहद मुश्किल दौर से गुजर रहा है, हमारे किसानों को संकट का सामना करना पड़ रहा है।