रविवार को गुज्जर सम्मेलन को संबोधित करते हुए आजाद ने कहा कि भले ही हमारी विचारधारा अलग हो हमें अपनी जड़ों से जुड़े रहना है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री मेहनतकश परिवार से आए.. चाय भी बनाई और आज इस पद पर पहुंचे।
जी-23 की बैठक में गुलाम नबी आजाद बोले – सभी को समान नजरिए से देखना हमारी सबसे बड़ी ताकत
गुलाम नबी आजाद ने हालांकि कश्मीर से धारा 370 हटाने को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों में भी लिया और असंतोष जाहिर किया। उन्होंने कश्मीर का विकास नहीं होने पर नाराजगी जाहिर की। आजाद ने कहा कि धारा 370 हटाने के बाद से जम्मू-कश्मीर की स्थिति ऐसी है जैसे पुलिस के डीजीपी को सिपाही बना दिया गया हो। बता दें कि करीब डेढ़ साल बाद आजाद कश्मीर पहुंचे हैं।
जम्मू-कश्मीर का विकास नहीं हुआ
गुज्जर देश चैरिटेबल ट्रस्ट के कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अभी भी विकास नहीं हुआ है। जिस विकास के दावे किए जा रहे हैं, वह कागजों पर है। उन्होंने कहा कि टैक्स के नाम पर जम्मू के लोगों को लूटा जा रहा है। आजाद ने आरोप लगाया कि जम्मू-कश्मीर में सड़कों से लेकर व्यापार तक का बुरा हाल है और यहां पर पहले से जारी उद्योग भी बंद होने की कगार पर है।
Article 370 पर बोले गुलाम नबी आजाद, कहा- मुझे पता था भाजपा ही कश्मीर से इसे हटाएगी
इससे पहले शनिवार को आजाद ने कहा था कि मैं करीब डेढ़ साल बाद जम्मू-कश्मीर आया हूं। कोरोना के कारण यहां नहीं सका था। अब जिस उत्साह से लोगों ने उनका स्वागत किया है, वह सिर्फ 10 प्रतिशत है, जबकि 90 प्रतिशत अभी बाकी है।
आपको बता दें कि राज्यसभा का कार्यकाल खत्म होने पर प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में गुलाम नबी आजाद की जमकर तारीफ की थी और बोलते हुए रो पड़े थे। गुलाम नबी आजाद पहले भी कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं।