मीडिया से बातचीत करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा, “हम दोनों को एक साथ स्वतंत्रता मिली थी और वो हमसे लड़ने के बाद अलग हो गया। उन्हें चंद्रयान-2 अभियान की सफलता और विफलता के बारे में नहीं सोचना चाहिए। हम चांद तक पहुंच गए हैं और वो अभी तक गधों का निर्यात करने में लगे हुए हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के विमान को एयरस्पेस न देने का पाकिस्तान का फैसला बहुत खराब है और इसके कारण उसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय से और सुनने को मिलेगा। गिरिराज ने आगे कहा, “पड़ोसी देश द्वारा किया गया यह बेहद दुख पहुंचाने वाला व्यवहार है, यह उनकी छोटी सोच की निशानी है। वो हमारे साथ कश्मीर के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र गए और खाली हाथ वापस लौट आए। उन्हें इस कदम से कुछ भी हासिल नहीं हुआ।”
इतना ही नहीं पाकिस्तान पर हमलावर होते हुए उन्होंने कहा, “अगर वो हमारे साथ प्रतिस्पर्धा करना चाहते हैं तो उसे तकनीकी और संपूर्ण विकास जैसे क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा करनी चाहिए। अगर आप भारत के साथ मुकाबला करना चाहते हो तो तकनीकी आधुनिकीकरण जैसे क्षेत्र में करो। गरीबी, भूख और अन्य चीजों के लिए लड़ो जिससे पता चले कि तुम अपना स्तर सुधारना चाहते हो।”
गौरतलब है कि आज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का जन्मदिन है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी समेत तमाम दिग्गजों ने उन्हें शुभकामनाएं दीं।