पार्टी के फैसले के खिलाफ उतर गए कार्यकर्ता
बगरू विधायक कैलाश वर्मा को पार्टी ने टिकट तो दे दिया है लेकिन वहां के लोग इसके विरोध में खड़े हो गए हैं। एबीवीपी कार्यकर्ता सुरेश चलावरिया समेत करीब 200 लोगों का कहना था कि कैलाश वर्मा से पांच मांगे थीं जो वे पूरा नहीं कर पाए। ऐसे में उनको पार्टी ने दोबारा टिकट दिया है जो गलत फैसला है। कार्याकर्ताओं का आरोप था कि पांच साल में वे क्षेत्र में एक राजकीय महाविद्यालय नहीं खुलवा पाए, बिसलपुर से पानी की व्यवस्था नहीं हो पाई, अजमेर रोड स्थित ठेकरिया टोल प्लाजा खत्म नहीं हुआ, क्षेत्र में प्रदूषण फैला रहीं फैक्ट्रियां बंद नहीं हुईं। स्थानीय युवाओं से सेज में रोजगार नहीं मिला। प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि अगर किसी दूसरे व्यक्ति को टिकट नहीं दिया गया तो कांग्रेस की उम्मीदवार गंगादेवी की जीत तय है।
टिकट मांगने को लेकर पार्टी गेट पर अड़े समर्थक
बीजेपी हाईकमान ने सांगानेर सीट से विष्णु लाटा को अभी तक टिकट नहीं दिया है। टिकट की मांग को लेकर समर्थक दोपहर एक बजे से ही बीजेपी दफ्तर के बाहर जमे हुए थे। समर्थकों का दावा था कि ये ब्राम्हण सीट है। अगर यहां से विष्णु को टिकट नहीं मिला और वोटर नाराज हो गए तो इस सीट के साथ बगरू, बस्सी और चाकसू सीट पर भी हार का सामना करना पड़ेगा। समर्थकों का दावा था कि पार्टी ने इस मामले में कोई भी गलती की तो उसे बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा और सांगानेर सीट से कांग्रेस जीत का परचम लहराएगी।
इधर विरोध प्रदर्शन, इधर मैदान में उतरने का इंतजार
बीजेपी दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन का दौर चल रहा है तो दूसरी ओर भाजपा कार्यालय के बाहर प्रचार वाहन मैदान में उतरने को पूरी तरह तैयार खड़े हैं। लेकिन आपसी गुटबाजी और विरोध के चलते वाहन जस के तस खड़े हैं। एक गाड़ी के ड्राइवर कहते हैं कि चार दिन से ज्यादा हो गया है। दिन विरोध प्रदर्शन देखते-देखते और रात खुले आसमान में सर्दी काटते गुजर रही है। चुनाव प्रचार शुरू हो तो कहीं बाहर निकलने का मौका मिले और कोई ठिकाना तलाशा जाए जहां रात आराम से गुजर सके।
वसुंधरा को दो सीटों से लड़ लेना चाहिए
सीएम वसुंधरा राजे के खिलाफ कांग्रेस ने मान्वेंद्र सिंह को मैदान में उतारा है तब से राजनीति गरमा गई है। पार्टी दफ्तर के बाहर पेड़ की छांव में खड़े कुछ लोग ये बात करते नजर आए कि मैडम को एक और सीट से चुनाव लड़ लेना चाहिए। एक व्यक्ति कहते हैं कि मोदी लहर भी वैसी नहीं है जिसे टिकट मिल गया वो जीत गया। मान्वेंद्र कड़ी टक्कर देंगे और हार जीत का फैसला चंद वोटो से ही होगा। ऐसे में खुद को सुरक्षित कर लेना ही अच्छा है नहीं बाद में पछताने से कुछ नहीं होगा।
फेसबुक पर लाइव विरोध प्रदर्शन
कांग्रेस और बीजेपी कार्यालय के बाहर हो रहे विरोध प्रदर्शन को कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर भी फैला रहे हैं। विरोध प्रदर्शन और नारेबाजी को लाइव कर के अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं। विरोध और हंगामे की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर तेजी से फैलाई जा रही हैं जिससे पार्टियों की मनमानी का पता जनता को चल सके।