इस बयान पर हो रहा बवाल
कांग्रेस का कहना है कि शाह ने हिंदुओं, बौद्धों और सिखों को छोड़कर भारत में रह रहे अन्य धर्म के लोगों देश से बाहर करने की ‘धमकी’ दी है। आपको याद दिला दें कि गुरुवार को पश्चिम बंगाल में एक चुनावी रैली में शाह ने कथित तौर पर कहा था, ‘हमने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि अगर एक बार फिर नरेंद्र मोदी की सरकार बनती है, तो हम पूरे देश में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर लागू करेंगे। हिंदुओं, बौद्धों और सिखों को छोड़कर हम देश से हर घुसपैठिए को निकाल देंगे।’
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संविधान के अनुच्छेद 25-28 का उल्लंघन
इसी बयान का हवाला देते हुए गोवा कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुनील कवथंकर ने कहा, ‘यह ईसाई, मुसलमानों और उन समुदायों के लिए प्रत्यक्ष रूप से धमकी है, जिनका भाजपा नेता के भाषण में जिक्र नहीं हुआ है।’ उन्होंने कहा कि इस बयान में संविधान के अनुच्छेद 25-28 का उल्लंघन हुआ।
आपराधिक शिकायत दर्ज करने का आग्रह
चुनाव आयोग को गोवा कांग्रेस की ओर से दी गई शिकायत में लिखा है, ‘अमित शाह इस समुदाय के गोवा के अल्पसंख्यक मतदाताओं को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से धमका रहे हैं, ताकि वे विवश होकर उत्तर गोवा और दक्षिण गोवा की संसदीय सीटों और शिरोडा, मापुसा, मंद्रेम और पणजी विधानसभा सीटों के लिए भाजपा के उम्मीदवारों के लिए मतदान करें।’ गोवा कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शाह के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज करने का आग्रह किया। आपको बता दें कि यहां दो लोकसभा सीटों और तीन विधानसभा सीटों के लिए मतदान क्रमश: 23 अप्रैल और 19 मई को होंगे। इस तटीय राज्य की आबादी में अल्पसंख्यक, मुस्लिम और ईसाई एक-तिहाई से अधिक हैं।