स्वास्थ्य नीति पर उठाया सवाल
इस दौरान राहुल गांधी ने गुजरात की स्वास्थ्य नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि गुजरात का मॉडल केवल और केवल उद्योगपतियों के लिए है, इसके गरीब और बेसहाराओं के लिए कोई गुंजाइश नहीं है। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि गरीबों से जमीन, बिजली, पानी लो और उद्योगपतियों को दो यही केन्द्र और राज्य सरकार के मुखिया का गुजरात मॉडल है। उन्होंने कहा कि यदि गरीब की जेब में पैसा नहीं है तो उसकी बीमारी का इलाज नहीं होगा और यदि इलाज के दौरान ही पैसे खत्म हो गए तो उसको उठाकर बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज गुजरात का हर समाज तकलीफ और गुस्से में है. यहां पानी की बड़ी समस्या है. यही हाल बिजली और जमीन का भी है।
शिक्षा नीति पर भी उठाए सवाल
राहुल गांधी ने यहां कांग्रेस ज्वाइन करने वाले अल्पेश ठाकोर के साथ—साथ पाटीदार नेता हार्दिक पटेल और जिग्नेश को गुजरात में जारी आंदोलन का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि गुजरात में गरीबों की कहीं कोई सुनवाई नहीं है, यहां बस केवल उद्योगपति ही खुश हैं। नैनो प्रोजेक्ट के नाम पर किसानों से जमीन तो ले ली गई, लेकिन अभी तक सड़क पर नैनो कार के दर्शन नहीं हुए। वहीं यहां के 90 प्रतिशत कॉलेज उद्योगपतियों के चंगुल में हैं। इन कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए कैपिटेशन चार्ज भरना पड़ता है।