भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल
आपको बता दें कि गुजरात की इस विधानसभा सीट को भाजपा और कांग्रेस दोनों के लिए ही प्रतिष्ठा का सवाल माना जा रहा था। यही वजह है कि दोनों दलों ने अपने स्टार लीडर्स को चुनावी मैदान में उतारा था। इस सीट पर चुनाव प्रचार के लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उनकी पत्नी समेत राज्य के 7 मंत्री व 38 विधायकों को लगाया था। इसके साथ ही तीन केंद्रीय मंत्री और पांच सांसदों को भी चुनाव प्रचार में लगाया गया था। वहीं कांग्रेस ने प्रचार की जिम्मेदारी पंजाब के मंत्री व पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू जैसे नेताओं को सौंपी थी।
20 दिसंबर को हुए थे उपचुनाव संपन्न
आपको बता दें कि गुजरात की जसदण और झारखंड की कोलेबिरा (एसटी) विधानसभा सीट पर 20 दिसंबर को उपचुनाव संपन्न हुए थे। निर्वाचन आयोग ने मतगणना के लिए 23 दिसंबर की तिथि निर्धारित की थी। आयोग की ओर से उपचुनाव में सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों का प्रयोग करने का फैसला लिया गया था। पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट मशीनें उपलब्ध करा दी गईं। इन मशीनों की मदद से चुनाव को सुचारू रूप से कराने को सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए गए थे।