हार्दिक बोले- हम तैयार हैं
एक निजी चैनल से बात करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि वो कांग्रेस को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा गुजरात में बीजेपी को हराने के लिए यह सर्मथन है। साथ ही हार्दिक ने यह भी कहा कि कांग्रेस को समर्थन तभी देंगे, जब कांग्रेस उनकी कुछ शर्तें मानेगी।
चुनाव नहीं लडऩा, अधिकार व न्याय चाहिए
इससे पहले कांग्रेस के प्रस्ताव पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें चुनाव नहीं लडऩा, उन्हें अधिकार और न्याय चाहिए। पाटीदार नेता ने माना कि भाजपा के अहंकार के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है, लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव भाजपा-कांग्रेस का नहीं, बल्कि राज्य के छह करोड़ लोगों का चुनाव है। हार्दिक ने कहा कि संवैधानिक तौर पर वे चुनाव नहीं लड़ सकते और ना ही इसकी जरूरत है। गौरतलब है कि हार्दिक पटेल फिलहाल 24 साल के हैं और विधानसभा चुनाव लडने के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल है।
इससे पहले कांग्रेस के प्रस्ताव पर पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें चुनाव नहीं लडऩा, उन्हें अधिकार और न्याय चाहिए। पाटीदार नेता ने माना कि भाजपा के अहंकार के खिलाफ एकजुट होने की जरूरत है, लेकिन गुजरात विधानसभा चुनाव भाजपा-कांग्रेस का नहीं, बल्कि राज्य के छह करोड़ लोगों का चुनाव है। हार्दिक ने कहा कि संवैधानिक तौर पर वे चुनाव नहीं लड़ सकते और ना ही इसकी जरूरत है। गौरतलब है कि हार्दिक पटेल फिलहाल 24 साल के हैं और विधानसभा चुनाव लडने के लिए न्यूनतम उम्र 25 साल है।
अल्पेश का भी कांग्रेस से जुड़ना लगभग तय
गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी ने बताया कि यह सच है कि हमने हार्दिक, अल्पेश और जिग्नेश को चुनाव लडऩे के लिए आमंत्रित किया है। उन्होंने कहा कि जो नेता कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लडना चाहते हैं, उनका भी स्वागत है। साथ ही अगर वो स्वतंत्र रूप से चुनाव में जाना चाहते हैं, तो कांग्रेस उन्हें समर्थन देने के लिए तैयार है। इसके बाद ही अल्पेश ठाकोर ने राहुल गांधी से मुलाकात भी की।
भाजपा के लिए चुनौती बने आंदोलनों से निकले तीन नेता
ओबीसी नेता अल्पेश सार्वजनिक मंचों से भाजपा को हराने की हर मुमकिन कोशिश की घोषणा कर चुके हैं। वहीं पाटीदारों की आरक्षण मांग पूरी न होने से नाराज चल रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी भाजपा के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोल चुके हैं। दूसरी तरफ जिग्नेश मेवानी गुजरात में दलितों पर उत्पीडऩ के खिलाफ मुखर होकर सामने आए हैं। ऐसे में ये तीनों युवा नेता सीधे तौर पर भाजपा के लिए चुनौती बने हुए हैं।
ओबीसी नेता अल्पेश सार्वजनिक मंचों से भाजपा को हराने की हर मुमकिन कोशिश की घोषणा कर चुके हैं। वहीं पाटीदारों की आरक्षण मांग पूरी न होने से नाराज चल रहे पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी भाजपा के खिलाफ खुलेआम मोर्चा खोल चुके हैं। दूसरी तरफ जिग्नेश मेवानी गुजरात में दलितों पर उत्पीडऩ के खिलाफ मुखर होकर सामने आए हैं। ऐसे में ये तीनों युवा नेता सीधे तौर पर भाजपा के लिए चुनौती बने हुए हैं।
जनादेश सम्मेलन में अल्पेश करेंगे रणनीति की घोषणा
कांग्रेस का ये ऐलान ऐसे वक्त में किया गया जब 23 अक्टूबर को ओबीसी एससी-एसटी एकता मंच के संयोजक अल्पेश ठाकोर अहमदाबाद में जनादेश सम्मेलन करेंगे। गुजरात के चुनावी रण में ओबीसी वोटों का कितना महत्व है, ये इसी से साफ है कि राज्य में 54 फीसदी ओबीसी यानी अति पिछड़े वर्ग की आबादी है। यही वजह है कि अल्पेश चुनावी चौसर पर अपने दांव बहुत चतुराई से चल रहे हैं। अल्पेश का दावा हैं कि इस रैली में 5 लाख से ज्यादा लोग हिस्सा लेंगे। अल्पेश इसी रैली में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति की घोषणा करेंगे।