छात्रों से बोली एसडीएम शांतिपूर्ण ढंग से करों आंदोलन, विद्यार्थी बोले सरकार नहीं सुन रही इसलिए उठाना पड़ा यह कदम
Published: Jun 21, 2019 12:24:13 pm
छात्रों से बोली एसडीएम शांतिपूर्ण ढंग से करों आंदोलन, विद्यार्थी बोले सरकार नहीं सुन रही इसलिए उठाना पड़ा यह कदम
छात्रों से बोली एसडीएम शांतिपूर्ण ढंग से करों आंदोलन, विद्यार्थी बोले सरकार नहीं सुन रही इसलिए उठाना पड़ा यह कदम
मंदसौर.
पिछले 13 दिनों से निजीकरण के विरोध में सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे उद्यानिकी महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने गुरुवार को उग्र रुप दिखाया। उनका कहना था कि कई दिनों से हड़ताल के बाद भी सरकार उनकी कोई सुध नहीं ले रही है। ग्वालियर में भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों की स्थिति बिगड़ती जा रही है, पर सरकार की और से अब तक उनकी सुध लेने कोई गया नहीं। सरकार नहीं जागती है तो उग्र आंदोलन करेंगे, लेकिन जिन मांगों को लेकर विरोध में उतरे है। उससे पीछे हटेंगे नहीं। इसी कारण गुरुवार को सीतामऊ फाटक क्षेत्र में स्थित उद्यानिकी कृषि महाविद्यालय के गेट पर तालाबंदी कर प्रदर्शन किया। करीब ९ घंटे तक यहां ताले लगे रहे और सरकार के साथ कृषि मंत्री के खिलाफ नारेबाजी चलती रही। दोपहर २ बजे एसडीएम अंकिता प्रजापति नईआबादी पुलिस के साथ यहां पहुंची। लंबे समय तक समझाईश का दौर चला, लेकिन विद्यार्थी नहीं मानें फिर ज्ञापन सौंपा। इसके बाद ३ बजे ताले खोले। विद्यार्थी इस शर्त पर मानें की दो दिनों में सरकार सुध ले नहीं तो फिर उग्र प्रदर्शन करेंंगे।
प्रोफेसर से लेकर डीन व स्टॉफ बाहर ही खड़े रहे
निजीकरण के विरोध में धरना दे रहे विद्यार्थियों ने गुरुवार को सुबह ६ बजे ही महाविद्यालय के गेट पर ताले लगा दिए। जो एसडीएम के पहुंचने के बाद दोपहर ३ बजे खुले। इस दौरान महाविद्यालय के सभी प्रोफेसर से लेकर डीन और पूरा स्टॉफ बाहर ही खड़े रहे। ९ घंटे तक गेट पर ताले लगाकर यहां तालाबंदी प्रदर्शन किया। निजी कॉलेज बंद करने की मांग पर अड़े विद्यार्थी इस बात से भी आक्रोशित है कि इतने दिनों के आंदोलन के बाद भी सरकार की और से उन्हें लेकर कोई मांग या प्रतिक्रिया तक नहीं आई है। प्रदेश के सभी सरकारी कॉलेजों में प्रदर्शन चल रहा है, लेकिन सरकार स्तर पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा। इसीलिए विद्यार्थियों ने अपने आंदोलन को धीरे-धीरे उग्र करना शुरु किया है।
पुलिस ने विद्यार्थियों को धमकाया, कहा कॅरियर बर्बाद हो जाएगा
एसडीएम के पास पहुंची नईआबादी थाना पुलिस ने तालाबंदी कर धरने पर बैठे विद्यार्थियो को हटाने के लिए उन्हें धमकाना शुरु कर दिया। टीआई सुजीत श्रीवास्तव के साथ थाना का पुरा अमला यहां पहुंचा। पुलिस ने विद्यार्थियों से कहा कि शासकीय काम रोकेंगे तो सभी पर प्रकरण दर्ज हो जाएंगे। सभी का कॅरियर बर्बाद हो जाएगा। यहां से हटो और ताले खोलों। पुलिस ने यहां विद्यार्थियों को सख्ती से हटाने की कोशिश भी की। लेकिन विद्यार्थी अपनी मांगों को लेकर अड़े रहे। एसडीएम अंकिता प्रजापति ने ताला लगाकर कॉलेज गेट पर बैठे विद्यार्थियों को समझाने की कोशिश की। तो विद्यार्थी बोले की पिछले १३ दिनों से शांतिपूर्ण ढंग से ही आंदोलन कर रहे है। सरकार सुन ही नहीं रही तो उग्र आंदोलन करना पड़ेगा। आधे घंटे से अधिक समय चले चर्चाओं के दौरे के बीच कोई निष्कर्ष नहीं निकला। फिर विद्यार्थियों ने अपनी सभी मांगों को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। इसके बाद ताला खोले लेकिन अनिश्चितकालीन धरना जारी है। ज्ञापन में एसडीएम से कहा कि दो दिन में सरकार ने सुध नहीं ली तो फिर उग्र आंदोलन करेंगे। इसके बाद तीन बजे बाद ताले खोले गए।