इनेलो के हाथ से गई नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी दरअसल, इनेलो के दो विधायक रणबीर गंगवा और केहर सिंह रावत ने स्पीकर को अपना इस्तीफा भेजते हुए भाजपा ज्वाइन कर लिया। स्पीकर गुर्जर ने मंगलवार को दोनों विधायकों के द्वारा भेजे गए इस्तीफों को स्वीकार कर लिया। जिसके कारण विधानसभा में इनेलो विधायकों की संख्या 15 रह गई है। वहीं, अब 17 विधायकों के साथ कांग्रेस दूसरी बड़ी पार्टी बन गई है। लिहाजा, इनेलो के हाथ से नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी चली गई।
कांग्रेस बनी दूसरी बड़ी पार्टी
विधानसभा स्पीकर कंवरपाल ने कहा कि विधानसभा के अंदर इनेलो विधायकों की संख्या कम हो गई है। लिहाजा विपक्ष के नेता का पद अब कांग्रेस के पास जाएगा। इस पद के लिए कांग्रेस की ओर से स्पीकर को जो भी नाम भेजा जाएगा, विपक्ष के नेता पद के लिए उसका नाम घोषित कर दिया जाएगा।
ये था इनेलो का समीकरण – विधानसभा में पहले इनेलो के कुल विधायक की संख्या 19 थी।
– दो विधायक जसविंद्र सिंह संधू और डाॅ. हरिचंद मिढा के निधन से विधायकों की संख्या 17 हो गई।
– वहीं, दो विधायक रणबीर गंगवा एवं केहर सिंह रावत भाजपा में शामिल हो जाने से विधायकों की संख्या 15 रह गई है।
-वहीं, कांग्रेस के पास 17 विधायक हैं।