बुधवार को किसानों के आंदोलन से जुड़ेंगे भूपेंद्र सिंह हुड्डा
हालांकि अभी इसकी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुधवार सुबह ही हुड्डा किसानों के साथ उनके आंदोलन में साथ देंगे। अगर ऐसा होता है तो किसानों का ये आंदोलन जो अभी तक सियासी मंच से दूर था, वो अब सियासत के रंग में डूब जाएगा।
आज की रात खुले आसमान में बिताएंगे किसान
वहीं दूसरी तरफ मंगलवार को आंदोलन में शामिल हुए हजारों किसान आज रात खुले आसमान के नीचे सड़क पर रात बिताने के लिए मजबूर रहेंगे। आपको बता दें कि इन किसानों को आज दिल्ली में घुसने नहीं दिया गया, जिसके बाद ये किसान आज की रात सड़क पर ही बिताएंगे। आन्दोलनकारी किसानों में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से 140 किलोमीटर दूर स्थित सुल्तानपुर से आई करीब 150 महिलाओं का समूह भी शामिल था, जो बस और ट्रेन का सफर कर यहां पहुंची थीं। किसानों के इस समूह में न सिर्फ महिलाएं हैं, बल्कि किशोरियां भी शामिल हैं, जो भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले मार्च कर रही थीं।
हालांकि कुछ किसानों का कहना है कि उन्हें यहां रात बिताने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं होने वाली है, क्योंकी वो गांव में खुले में ही रहते हैं, लेकिन यहां यह मुश्किल था। आपको बता दें कि किसानों की कुल 15 मांगें है, जिसमें कर्ज माफी और फसलों की उचित लागत देने की मांग मुख्य हैं।