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एचडी कुमार स्वामी का बड़ा बयान, Hindi Politics दक्षिण नेताओं को आगे बढ़ने से रोकती है

locationनई दिल्लीPublished: Aug 11, 2020 06:29:11 pm

JDS Leader और Former Chief Minister HD Kumaraswamy का बड़ा बयान
हिंदी राजनीति के चलते साउथ के नेताओं से छिन जाते हैं आगे बढ़ने के मौके
हिंदी के कारण दक्षिण के बड़े नेता भी नहीं बन पाते प्रधानमंत्री

HD Kumaraswamy

जे़डीएस नेता एचडी कुमारस्वामी

नई दिल्ली। दक्षिण भारत ( South India ) में एक बार फिर हिंदी भाषा ( Hindi Language ) को लेकर राजनीति ( Politics ) गर्मा रही है। डीएमके ( DMK ) नेता कनिमोझी ( Kanimozhi )के ट्वीट के बाद जेडीएस ( JDS ) के नेता और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ( HD Kumaraswamy )ने भी बड़ा दे दिया है। कुमारस्वामी ने दक्षिण के नेताओं को ‘हिंदी राजनीति और भेदभाव’ के चलते मौका नहीं मिलने का आरोप लगाया है।
कुमारस्वामी ने कहा है कि इन बातों ने कई दक्षिण भारतीयों को प्रधानमंत्री बनसे रोका है। दरअसल ये सारा मामला कनिमोझी के ट्वीट के बाद बढ़ा। कनिमोझी के ट्वीट के बाद राज्य में एक बार फिर हिंदी विरोध के सुर तेज हो गए, इसको लेकर कुमारस्वामी ने भी ट्वीट की झड़ी लगा दी।
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https://twitter.com/H_D_Devegowda?ref_src=twsrc%5Etfw
कुमारस्वामी ने बताया इन नेताओं को नहीं मिला मौक
पूर्व सीएम कुमारस्वामी ने कहा हिंदी विरोध के चलते दक्षिण भारत के कई बड़े नेताओं पीएम के तौर पर मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इकामराज और करुणानिधि इनमें बड़े नाम हैं। हालांकि एचडी देवगौड़ी ने इस अवरोध को तोड़ा और कुछ समय के लिए ही सही प्रधानमंत्री बने।
ऐसे कई मौके आए जब देवेगौड़ा को भी भाषा को लेकर आलोचना का सामना करना पड़ा। कुमारस्वामी ने कहा- मेरे साथ भी यही अनुभव रहा, मैं दो बार लोकसभा का सदस्य रहा हूं। सत्ताधारी दल दक्षिण भारत के लोगों को अनदेखा करते हैं। उन्होंने कहा कि नॉन हिन्दी राजनेताओं का सम्मान नहीं किया जाता है।
इन क्षेत्रों में कन्नड़ की कोई जगह नहीं
दरअसल नई शिक्षा नीति में हिंदी को बढ़ावा देने के बाद से ही कई राज्य इसका विरोध कर रहे हैं। कुमारस्वामी ने कहा है कि सिर्फ राजनीति नहीं बल्कि सरकारी, प्राइवेट जॉब के लिए भी लोगों को अंग्रेजी या हिन्दी लिखनी पड़ती है। इस साल भी IBPSmosa में कन्नड़ को कोई जगह नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि देश में कन्नड़ लोगों को मौका नहीं दिया जा रहा है। ये अब रुकना चाहिए।
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https://twitter.com/hashtag/HindiImposition?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw
आपको बता दें कि डीएमके नेता कनिमोझी ने भी अपना अनुभव साझा करते हुए ट्वीट किया था कि जब वे एयरपोर्ट पर थीं तो सीआईएसएफ के अधिकारी ने उनसे हिंदी में सवाल करने को कहा था।
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