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विद्यासागर की पहचान अन्य पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता के रूप में थी
आपको बता दें कि चौधरी विद्यासागर की पहचान अन्य पिछड़ा वर्ग के बड़े नेता के रूप में थी। यही नहीं एक बार अन्य पिछड़ा वर्ग के मामलों की अनदेखी का आरोप लगाकर उन्होंने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। जिससे तत्कालीन राजनीति में हड़कंप मच गया गया था। हिमाचल प्रदेश की राजनीति में विद्यासागर का एक बड़ा कद था। कांगड़ा विधानसभा क्षेत्र से विद्यासागर चार बार विधायक भी रहे। हिमाचल प्रदेश की भाजपा सरकार में उनको दो बार मंत्री भी बनाया गया था।
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विद्यासागर के निधन से गहरा दुख
जानकारी के अनुसार विद्यासागर का अंतिम संस्कार जमानाबाद के पास इच्छी स्थित स्वर्ग धाम में किया जाएगा। भारतीय जनता पार्टी में उनके निधन से गहरा दुख है। राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर उनको श्रद्धांजलि दे सकते हैं।