गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरा यह मानना है कि एक जिम्मेदार राजनीतिक पार्टी होने के नाते कांग्रेस को कानून का सहयोग करना चाहिए था। लेकिन कांग्रेस शुरू से लेकर अब तक नेशनल हेराल्ड मामले में असहयोग की राजनीति कर रही है। नेशनल हेराल्ड केस का पूरा मामला अदालत से रजिस्टर की गई एफआईआर के आधार पर हो रहा है। कांग्रेस इस मामले मे रोज प्रदर्शन करती है। लेकिन, जहां तक आज का सवाल है तो मेरा यह स्पष्ट मानना है कि कांग्रेस पार्टी ने आज के विरोध प्रदर्शन के माध्यम से गुप्त तरीके से अपनी तुष्टीकरण की नीति को आगे बढ़ाया है।
ईडी ने न पूछताछ की न रेड मारी, फिर प्रदर्शन क्यों गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज ईडी ने न किसी को तलब किया था, न कोई रेड मारी न ही किसी से पूछताछ की। अचानक से आज 5 अगस्त को कांग्रेस ने यह विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम रखा। मैं समझ नहीं सकता कि विरोध कार्यक्रम आज ही के दिन क्यों रखा गया? कांग्रेस हर दिन प्रदर्शन करती थी, लेकिन कार्यकर्ता अपने-अपने कपड़ों में होते थे। पर, आज कांग्रेस ने काले कपड़े पहनकर विरोध प्रदर्शन किय, क्योंकि आज ही के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामजन्मभूमि पर रामलला के भव्य मंदिर का शिलान्यास किया था और लगभग 550 वर्ष पुरानी समस्या का बहुत शांतिपूर्ण तरीके से समाधान निकाला था। आज के दिन कहीं भी न तो दंगा हुआ था, न हिंसा हुई थी और पूर्ण सामाजिक सद्भाव के साथ प्रधानमंत्री ने देश के करोड़ों लोगों की श्रद्धा को परवान चढ़ाने का कार्य किया था।
विशेष दिन काले कपड़े ही क्यों? गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने आज ही के दिन विशेषकर काले कपड़े पहनकर ये संदेश दिया है कि कांग्रेस पार्टी श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहे रामलला के भव्य मंदिर का विरोध करती है। शाह ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति न तो देश के लिए अच्छी है और न ही कांग्रेस पार्टी के लिए। आज कांग्रेस जिस स्थिति में है, वह तुष्टीकरण की नीति का ही परिणाम है। जहां तक नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी की जांच का सवाल है तो सभी को देश की कानून-व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए, न्यायिक प्रक्रिया का पालन करना चाहिए और उसमें सहयोग करना चाहिए।