उन्होंने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा उनका विरोध करने सम्बन्धी सवाल पर कहा कि मुलायम ने पार्टी के स्थापना दिवस समारोह में मंच से तीन बार उन्हें अपना भाई बताया। एेसे में अखिलेश से मेरा रिश्ता सब समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि घर में मेरी बेटियां कड़वी बात कर रूष्ट हो जाए तो मैं उनके लिए जो करूगा वहीं बात अखिलेश पर लागू होती है। अखिलेश रूष्ट है तो उन्हें तुष्ट करूंगा। उन्होंने मुलायम को अपना मूलधन बताते हुए अखिलेश व शिवपाल यादव को ब्याज बताया। अमरसिंह ने विधानसभा चुनाव में सपा के विजय होने की बात कहते हुए अखिलेश को सीएम पद के लिए सबसे अच्छा चेहरा भी बताया।
राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव में सपा व अन्य दलों में गठबंधन सम्बन्धी सवाल का सिंह ने कहा कि राजनीति में कुछ भी असंभव नहीं होता है। उन्होंने कहा कि हमारे मन की बात मीडिया को नहीं बताएंगे,लेकिन जब बात कर लेंगे तो जानकारी दे देंगे।
मेरा आजम से कोई विरोध नहीं उत्तरप्रदेश के मंत्री आजम खान द्वारा निरन्तर उनका विरोध करने सम्बन्धी सवाल पर अमर सिंह ने कहा कि वे दुश्मनों का बड़ा आदर करते है और खान से उनका कोई विरोध नहीं है। उन्होंने आजम को सपा का निर्माता बताते हुए कहा कि कभी उनसे मुलाकात होंगी तो पूछूंगा कि मेरे अंदर क्या कमी दिखती है जो आप मेरा विरोध करते हैं।
हमारी ही बाते क्यों दिखती है सपा में आन्तरिक खींचतान सम्बन्धी सवालो पर सिंह ने कहा कि हमारे हर क्रियाकलापों में आपको दाल में कुछ काला दिखता है। आपको राजस्थान की मुख्यमंत्री व ओमप्रकाश माथुर का झगड़ा नहीं दिखता। पहले भी राजस्थान की मुख्यमंत्री व वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह में इसी तरह खींचतान थी। हालांकि उन्होंने कहा कि लोकशाही में राजनीतिक दलों में इस तरह के द्वंद चलते है।
चावण्ड में प्रताप स्मारक की दशा सुधारे सरकार हाल ही विजयादशमी पर चावण्ड में बिताकर आए अमरसिंह ने कहा कि वहां शीघ्र ही आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत एवं राज्य के मुख्यमंत्री कोई कार्यक्रम करने वाले है। वह चाहते है कि मुख्यमंत्री चावण्ड में बने महाराणा प्रताप के समाधि स्थल के हाल जान उसकी दशा सुधारे और देखभाल के लिए एक चौकीदार ही नियुक्त कर दे। सिंह ने कहा कि मैं समाधि स्थल गया तो आसपास कुत्ते मूत्र कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रताप, पद्मिनी और मीरा राजस्थान का गौरव है। स्मारक की दशा नहीं सुधारने पर पर वे स्वयं १०० समृद्ध क्षत्रियों को लेकर चावण्ड आएंगे एवं वहां अपनी ताकत से निर्माण कराएंगे।