राहुल गांधी ने कहा है कि मोदी सरकार ( Modi Govt ) अपनी चुप्पी से इस विवाद को लेकर उठ रही अटकलों को हवा दे रही है। बेहतर होगा कि सरकार चीन विवाद ( india china issue ) पर देश के सामने अपनी स्थिति साफ करे।
मौसम को लेकर आई बड़ी खबर, देश के 12 से ज्यादा राज्यों में बारिश देगी गर्मी से राहत लॉकडाउन-4 के बीच कई राज्यों ने बढ़ाई ढील, जानिए कहां पर जारी हैं पाबंदियां
दरअसल भारतीय और चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले तीन सप्ताह से आमने-सामने हैं। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिये कहा कि- चीन के साथ मौजूद हालात को लेकर सरकार को अपनी चुप्पी तोड़ने की जरूरत है।
सरकार की इस खामोशी से बड़े पैमाने पर अटकलों और अनिश्चितताओं को बल मिल रहा है। सरकार को आगे आकर हालात स्पष्ट करना चाहिए और जो हो रहा है उसके बारे में देश को बताना चाहिए।
ये पहली बार नहीं जब राहुल गांधी ने चीन विवाद पर बयान दिया हो। इससे पहले भी राहुल ने कहा था कि भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर सरकार पारदर्शिता लाए। ये है पूरा मामला
दरअसल मई महीने की पांच तारीख को पूर्वी लद्दाख के पेगोंग झील क्षेत्र में भारत और चीन के लगभग 250 सैनिकों के बीच लोहे की छड़ों और लाठी-डंडों से झड़प हुई।
दरअसल मई महीने की पांच तारीख को पूर्वी लद्दाख के पेगोंग झील क्षेत्र में भारत और चीन के लगभग 250 सैनिकों के बीच लोहे की छड़ों और लाठी-डंडों से झड़प हुई।
इस झड़प के दौरान दोनों ही तरफ से पथराव भी हुआ। जिसमें सैनिक घायल भी हुए। इसके बाद 9 मई को इसी तरह की एक और घटना सिक्किम सेक्टर में नाकू ला दर्रे के पास हुई। यहां भी दोनों देशों के लगभग 150 सैनिकों के बीच झड़प हुई।
पैंगोंग त्सो झील और गलवान घाटी में दोनों ही देशों की सेनाओं ने सैनिकों की संख्या में इजाफा किया है। भारत ने कहा है कि चीनी सेना लद्दाख और सिक्किम में एलएसी के साथ अपने सैनिकों के जरिये सामान्य गश्त में बाधा डाल रही है।