इससे पहले बुधवार को रक्षा मंत्रालय ने भी कांग्रेस के आरोप को निराधार बताया था। रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने कहा था कि राफेल डील में कोई गड़बड़ी नहीं हुई है। यह साफ सुथरी डील है। गौरतलब है कि पिछले दिनों कांग्रेस ने राफेल डील को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि राफेल विमान खरीदी में घपला हुआ है।
राहुल गांधी ने कहा कि इसका क्या मतलब है कि राफेल डील दो सरकारों के बीच है और उसकी कीमत नहीं बताई जा सकती। राहुल गांधी ने कहा कि इसका एक ही मतलब है कि ये एक घोटाला है, मोदी पेरिस गए और उन्होंने डील को बदल दिया। इससे पहले रक्षा खरीद सम्बंधी तमाम नियम कायदों को ताक पर रखने के साथ ही कैबिनेट की सुरक्षा कमेटी से भी सौदे पर मुहर नहीं लगवाई गई। राहुल गांधी ने सीधे सीधे पीएम मोदी पर इसक लेकर आरोप लगाया है। राहुल गांधी इतना ही नहीं राहुल गांधी ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण पर भी निशाना साधा है। राहुल ने कहा कि रक्षामंत्री कहती हैं कि सौदे के बारे में भारत, शहीद और उनके परिवार को विमान पर हुए खर्च का ब्यौरा नहीं देंगी। इसका सीधा सा मतलब हुआ कि घोटाला तो हुआ है।
कांग्रेस ने सरकार पर लगाया आरोप
बुधवार को कांग्रेस प्रवक्ताओं और राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने राफेल डील में प्रति विमान करीब एक हजार करोड़ अधिक कीमत चुकाने का आरोप लगाया। दावा किया गया है कि कि यूपीए सरकार 2012 में ही इस विमान के सौदे को अंतिम रूप दे चुकी थी, लेकिन मोदी सरकार ने इसे न सिर्फ बदल दिया बल्कि इस सौदे से एचएएल को बाहर कर एक निजी कम्पनी को लाभ पहुंचाया। मोदी सरकार पर देश के हितों के साथ समझौता करने का आरोप लगाते हुए राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाब नबी आजाद ने कहा कि यूपीए विमान निर्माण तकनीक हस्तांतरण को सौदे में शामिल कर चुकी थी जिसे मोदी सरकार ने बदल दिया।