DNA विवाद: JDU कार्यकर्ताओं ने दिए सैंपल, BJP ने नीतीश को घेरा
Published: Aug 11, 2015 04:13:00 pm
जेडीयू ने डीएनए विवाद पर प्रधानमंत्री के खिलाफ “शब्द वापसी” का
आंदोलन किया तेज, सुशील मोदी ने साधा नीतीश पर निशाना
नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव जल्द होने हैं और ऎसे में राजनीति भी और गहराती जा रही है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी रैली के दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार के डीएनए को लेकर बयान दिया है। जिस पर नीतीश ने भी पलटवार किया। जेडीयू ने डीएनए विवाद पर प्रधानमंत्री के खिलाफ “शब्द वापसी” का आंदोलन तेज कर दिया है। मंगलवार को बिहार के सभी जिलों में जेडीयू के कार्यकर्ताओं ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल दिए। जेडीयू के कार्यकर्ता सैंपल में नाखून-बाल काटकर जांच के लिए दे रहे हैं।
वहीं दूसरी ओर भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगरवार को कहा है कि नीतीश कुमार के डीएनए में धोखाधड़ी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राज्य में अब तक हुई दो सभाओं में जबरदस्त भीड़ और उसके उत्साह को देखकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरजेडी के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव घबरा गए हैं। वे इसी कारण विकास के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए जातीय जनगणना और डीएनए को चुनावी मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
मोदी ने यहां जनता के दरबार में पूर्व उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मुजफ्फरपुर और उसके बाद गया में प्रधानमंत्री की सभा में भीड़ और उसके उत्साह को देख कर लालू और नीतीश घबरा गए हैं। अब तक दोनों मंच साझा करने से कतराते रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री और भाजपा के प्रति जनता के उत्साह को देख कर दोनों अब एक मंच पर आने को तैयार हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों नेता एक दूसरे के कंधे पर सवार होकर बिहार में जितना घूमेंगे उतना हीं भाजपा का काम आसान होगा। बेहतर होता कि दोनों नेता कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के साथ भी मंच साझा करते। भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दोनों जगहों पर अपने भाषण में अधिकांश समय बिहार के विकास और उसकी विरासत की चर्चा पर दिया।
दरअसल भाजपा बिहार के विकास को चुनाव में मुद्दा बनाना चाहती है, लेकिन राजद का साथ मिलने के बाद नीतीश कुमार का इस पर विश्वास नहीं रहा है और अब नीतीश और लालू विकास के मुद्दे से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए जातीय जनगणना और डीएनए की बात कर रहे हैं।