गुजरात सीएम रूपाणी ने आरक्षण पर साफ किया रुख, जहां भर्ती प्रक्रिया हुई पूरी वहां
आरक्षण खत्म करने की साजिश
कार्यक्रम में बोलते हुए मेवाणी ने कहा कि इस बिल को लेकर सिर्फ मैं ही आशंकित नहीं हुई बल्कि उनके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग के सदस्यों को अंदेशा है कि यह सामाजिक शैक्षणिक आधार पर आरक्षण खत्म करने की दिशा में उठाया गया पहला कदम है। उन्होंने ने कहा कि संविधान की अनदेखी कर जाति आधारित आरक्षण खत्म करना संघ व बीजेपी का बहुत पुराना एजेंडा है।
आरक्षण को खत्म करने का कोई मतलब नहीं
निर्दलीय विधायक ने बताया कि सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछडे़ लोगों का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए देश में आरक्षण व्यवस्था की शुरुआत की गई थी। उन्होंने कहा कि हमे अन्य समुदायों के गरीब लोगों के आरक्षण से कोई परेशानी नहीं है लेकिन गरीबी हटाने के लिए आरक्षण को खत्म करने का कोई मतलब नहीं। मेवाणी ने कहा, ‘यह अनुसूचित जाति / अनुसूचित जनजाति / अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को प्रतिनिधित्व देने के लिए है, जो समाज की जाति संरचना के कारण सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े हुए हैं।’
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मायावती-अखिलेश यादव को बधाई
वहीं, मेवानी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के खिलाफ गठबंधन बनाने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अन्य विपक्षी दलों को भी गठबंधन में लेना चाहिए और भाजपा विरोधी वोटों के अधिकतम ध्रुवीकरण के प्रयास करने चाहिए।