‘आतंकियों का समर्थन महबूबा की मजबूरी’
पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने जम्मू में एक आतंकवादी के परिवार को पुलिस द्वारा कथित रूप से परेशान करने के मामले को लेकर रविवार को राज्यपाल को गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। जिसके बाद मलिक ने जम्मू विश्वविद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से कहा कि मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मुफ्ती ने क्या कहा है। मेरे दोस्त स्वर्गीय मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी हैं इसलिए मुझे बुरा नहीं लगा। लेकिन एक बात साफ है कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए आतंकवादियों के पक्ष में बोलना उनकी मजबूरी है।
कुछ गलत हुआ तो जांच कराएंगे: मलिक
राज्यपाल ने कहा कि अगर कुछ गलत हुआ है तो वह इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश देंगे। हमारा आतंकवादियों के परिवारों के साथ कोई भी व्यक्तिगत मामला नहीं है। उन्होंने कहा कि सुरक्षाबलों को आतंकवाद निरोधक अभियान के दौरान सावधान रहने के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। राज्यपाल ने हालांकि वर्ष 2018 को कई मामलों में राज्य के लिए बेहतर करार देते हुए कहा कि इस दौरान कई रुकी हुई विकास परियोजनाओं को दोबारा शुरू किया गया। घाटी के लोगों को अब यह एहसास होने लगा है कि यदि राज्य में शांति स्थापित होती है तो तरक्की अपने आप होगी।