हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा था कि पीओके तो दूर पहले श्रीनगर में तो झंडा फहरा कर देखो। फारूक ने कहा था कि वो (केंद्र और भाजपा) पीओके में झंडा फहराने की बात करते हैं, बल्कि मैं उनसे कहता हूं कि वो पहले श्रीनगर के लाल चौक पर जाकर तिरंगा फहराएं। हालांकि इसके बाद अपने इस बयान का बचाव करते हुए अब्दुल्ला ने कहा था कि अगर आप सच सुनना पसंद नहीं करते तो भुलावे में ही रहें। सच यह है कि पीओके हमारा हिस्सा नहीं है और यह (जम्मू-कश्मीर) उनका (पाकिस्तान का) हिस्सा नहीं है। यह सच है।
फारूख के इस बयान के बाद शिव सेना की प्रदेश इकाई के प्रमुख डिंपी कोहली ने बीते मंगलवार को जम्मू में बताया था कि उनके संगठन का एक विशेष दल लालचौक में तिरंगा फहराने के लिए श्रीनगर के लिए रवाना हो चुका है। आज सुबह ही ये सभी कार्यकर्ता लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहे थे कि तभी वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते पुलिस ने उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया।
अश्विनी गुप्ता,मुनीश गुप्ता, नागपाल चौधरी,राज सिंह, भुवन सिंह,संजीव सिंह,राजीव सलारिया, विकास और सोनी सिंह के रुप में हुई है। यह सभी जम्मू के रहने वाले हैं।