आपको बता दें कि रविवार को जेएनयू में हुई हिंसक घटना के बाद कई छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं इस पूरे मामले को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। तमाम दल एक दूसरे पर इसका आरोप लगाने में लगे हैं।
बीजेपी को लगा बड़ा झटका, महाराष्ट्र में सीएए के चलते 100 मुस्लिम नेताओं ने छोड़ी पार्टी गिरिराज सिंह ने इस पूरी हिंसा का ठीकरा जेएनयू छात्रों पर ही फोड़ दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘वामपंथी छात्र जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय को बदनाम कर रहे हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय को गुंडागर्दी के केंद्र में बदल दिया है।’
बीजेपी को लगातार हो रहे नुकसान से परेशान आलाकमान, अब नेतृत्व को लेकर उठने लगे सवाल कांग्रेस ने उठाए ये सवाल
दूसरी तरफ से कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और कई सवाल भी उठाए हैं। सिब्बल ने सवाल किया है कि ‘नकाबपोश लोगों को कैंपस में घुसने कैसे दिया गया? कुलपति ने क्या किया? पुलिस बाहर क्यों खड़ी थी? गृह मंत्री क्या कर रहे थे?
दूसरी तरफ से कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है और कई सवाल भी उठाए हैं। सिब्बल ने सवाल किया है कि ‘नकाबपोश लोगों को कैंपस में घुसने कैसे दिया गया? कुलपति ने क्या किया? पुलिस बाहर क्यों खड़ी थी? गृह मंत्री क्या कर रहे थे?
सिब्बल ने आगे कहा कि ये सभी सवालों के उत्तर नहीं है। यह एक स्पष्ट साजिश है। इस मामले में जांच की जरूरत है। भारी पुलिस बल तैनात
जेएनयू में हिंसा के बाद प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। सोमवार को सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है। विश्वविद्यालय के अधिकारी सिर्फ वैध पहचान पत्र वाले छात्रों को ही परिसर के अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं।
आपको बता दें कि रविवार रात हुई हिंसा में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईषी घोष समेत करीब 28 छात्र घायल हुए हैं। इन सभी घायल छात्रों को एम्स में भर्ती कराया गया है।
जेएनयू में हिंसा के बाद प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया है। सोमवार को सुरक्षाकर्मियों की भारी तैनाती की गई है। विश्वविद्यालय के अधिकारी सिर्फ वैध पहचान पत्र वाले छात्रों को ही परिसर के अंदर जाने की अनुमति दे रहे हैं।
आपको बता दें कि रविवार रात हुई हिंसा में जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईषी घोष समेत करीब 28 छात्र घायल हुए हैं। इन सभी घायल छात्रों को एम्स में भर्ती कराया गया है।