वह पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत मुफ्ती मोहम्मद सईद की उपस्थिति में विक्रमादित्य ने पीडीपी जॉइन की थी। यही नहीं पीडीपी के कोटे से ही वे एमएलसी भी बनाए गए थे। पीडीपी छोड़ने और एमएलसी पद से त्यागपत्र देने की घोषणा करते हुए विक्रमादित्य सिह ने कहा था कि जम्मू से भेदभाव खत्म होने पर वह अपने पद से त्यागपत्र दे रहे हैं।
विक्रमादित्य के मुताबिक महाराजा हरि सिह की जयंती पर छुट्टी का प्रस्ताव पारित होने के बावजूद सरकारी छुट्टी न करवाना दर्शाता है कि उनकी उपेक्षा की जा रही है। इसके अलावा सरकारी नौकरियों से लेकर विकास तक हर क्षेत्र में जम्मू और लद्दाख की अनदेखी हो रही है। इन्हीं बड़े कारणों के चलते विक्रामादित्य ने त्यागपत्र दे दिया।