scriptकर्नाटक चुनाव परिणाम : रुझानों में BJP को बहुमत, पार्टी दफ्तर में जश्न का माहौल | Karnataka: Counting of votes goes on, tough fight between BJP-congress | Patrika News

कर्नाटक चुनाव परिणाम : रुझानों में BJP को बहुमत, पार्टी दफ्तर में जश्न का माहौल

Published: May 15, 2018 08:46:42 am

Submitted by:

Dhirendra

कर्नाटक चुनाव परिणाम का महत्‍व न केवल कांग्रेस के लिए बल्कि भाजपा के लिए भी कई मायनों अहम है।
 

karnataka
नई दिल्‍ली। कर्नाटक में मतगणना जारी है। रुझानों में बीजेपी को जनता ने पूर्ण बहुमत दिया है। शुरुआती रुझानों में बीजेपी 112 सीटों पर आगे है। वहीं कांग्रेस 65 सीटों पर जबकि 39 स्‍थानों पर जेडीएस आगे है। दक्षिण भारत में भारतीय जनता पार्टी का धमाकेदार एंट्री हुई है। बेंगलुरु के बीजेपी दफ्तर में जीत का जश्न मनाया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जीत के जश्न में शामिल होने के लिए शाम को दिल्ली स्थित बीजेपी ऑफिस जाएंगे। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दोपहर 3 बजे जीत के बाद जनता और कार्यकर्ताओं को धन्यवाद ज्ञापन करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वहीं बी एस येदियुरप्पा प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली रवाना हो चुके हैं। शाम 6 बजे बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक संभव है।पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 122 सीटें मिली थी। जबकि बीजेपी और जेडीएस की झोली में 40-40 सीटें थी।
कर्नाटक पर कौन करेगा राज

आपको बता दें कि कर्नाटक की राजनीति के लिए आज का दिन नतीजों का दिन है। ये चुनाव परिणाम लोकसभा चुनाव के लिहाज से भी निर्णायक साबित हो सकता है।
222 सीटों पर मतगणना जारी
222 सीटों पर पड़े मतों की गिनती आज सुबह 8 बजे से जारी है। चुनाव परिणाम इसलिए भी महत्‍वपूर्ण है कि कर्नाटक का चुनाव कई लोगों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी है। इस चुनाव में एक ओर जहां सिद्धारमैया और बीएस येदियुरप्पा के बीच कुर्सी की लड़ाई है, वहीं दूसरी ओर पीएम नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रतिष्ठा भी इससे जुड़ी हुई है। साथ ही क्षेत्रीय क्षत्रप के रूप में जेडीएस यानि कुमार स्‍वामी और देवगौड़ा की राजनीतिक भविष्‍य का निर्धारण भी इन सीटों पर चुनाव परिणाम से होने वाला है।
जेडीएस के पास सत्ता की चाबी
चुनाव के बाद एग्जिट पोल में भी किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। अधिकांश एग्जिट पोल में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के संकेत दिए गए हैं। पोल के हिसाब से राज्य में त्रिशंकु विधानसभा के भी आसार हैं। यही वजह है कि जेडीएस प्रमुख पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा की पार्टी जनता दल (एस) को किंगमेकर के रूप में देखा जा रहा है। त्रिशंकु विधानसभा को देखते हुए कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री के दावेदार सिद्धारमैया ने पहले ही कह दिया है कि यदि आलाकमान फैसला करता है तो वह किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाए जाने पर खुद कुर्सी छोड़ने को तैयार है। उनके इस बयान के बाद कयास लगाए जाने लगे हैं कि राज्य में खंडित जनादेश आ सकता है। उनके इस बयान को जेडीएस से गठबंधन के संकेत के रूप में भी देखा जा रहा है।
224 में से 222 सीटों पर हुआ था मतदान
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा की 222 सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था। यहां आरआर नगर सीट पर चुनावी गड़बड़ी की शिकायत के चलते चुनाव आयोग ने मतदान स्थगित कर दिया गया था। वहीं जयनगर सीट पर भाजपा उम्मीदवार के निधन के चलते मतदान टाल दिया गया था। इस बार मतदान प्रतिशत 70.13 फीसद रहा था। अगर कांग्रेस के पक्ष में स्पष्ट जनादेश जाता है तो 1985 के बाद यह पहली बार होगा जब कोई दल लगातार दूसरी बार सरकार बनाएगा। 1985 में तत्कालीन जनता दल ने रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व में लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी। ऐसा नहीं होने पर भाजपा दक्षिण भारत के किसी भी राज्‍य में दूसरी बार सत्‍ता में वापसी करने में सफल होगी।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो