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कर्नाटक चुनाव : शिमोगा में इस बार टेढ़ा है चुनावी गणित, कांटे की टक्कर

locationनई दिल्लीPublished: May 09, 2018 10:26:13 am

शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के एस. ईश्वरप्पा और कांग्रेस के.बी. प्रसन्ना कुमार मैदान में हैं।

नई दिल्ली।कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 का मंच सज चुका है। राज्य में 12 मई को होने वाले मतदान के लिए सभी राजनितिक दलों का चुनाव प्रचार अब अंतिम चरण में पहुंच गया है। इन चुनाव में एक और ओर जहां राज्य के दो दिग्गज नेताओं मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के बी.एस. येदियुरप्पा के बीच मुख्यमंत्री पद की टक्कर है तो वहीं राज्य विधानसभा की कुछ सीटों पर बेहद रोचक मुकाबला देखने को मिल रहा है। बता दें कि कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 12 मई को मतदान होगा और मतों की गणना 15 मई को होगी।
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शिमोगा में भाजपा और कांग्रेस के कद्दावर नेताओं के बीच बेहद करीबी संघर्ष देखने को मिल सकता है। शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के के.एस. ईश्वरप्पा और कांग्रेस के.बी. प्रसन्ना कुमार मैदान में हैं। कर्नाटक विधानसभा क्षेत्र संख्या 113 शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र एक ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र है। यह एक सुरक्षित सीट है जो अनुसूचित जाति समुदाय के उम्मीदवार के लिए आरक्षित है। एक ज़माने में शिवमोगा नाम से मशहूर रहे इस इलाके का नाम कर्नाटक सरकार ने बदल कर शिमोगा रख दिया था।
टेढ़ा है शिमोगा का गणित

शिमोगा राज्य में चावल का सबसे बड़ा उत्पादक है और इसे कर्नाटक का ‘चावल का कटोरा’ भी कहा जाता है। शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र में पुरुष मतादाताओं की संख्या 1,03,626 और महिला मतदाताओं की संख्या 1,03,409 है।विधानसभा चुनाव 2013 में शिमोगा निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस के मौजूदा विधायक के.बी. प्रसन्ना कुमार ने 39,355 वोटों के साथ 50.18 फीसदी वोट हासिल किए थे जबकि जनता दल सेकुलर के एस. रुद्रगौड़ा ने 49.82 प्रतिशत वोटों के साथ दूसरा स्थान हासिल किया था।इस बार भी कांग्रेस ने मौजूदा विधायक के.बी. प्रसन्ना कुमार को ही अपना प्रत्याशी घोषित किया है। एक ज़माने में सामान्य जन नेता रहे के.बी. प्रसन्ना कुमार उस वक्त सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने 2013 में राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे के.एस. ईश्वरप्पा को हराया था।
भाजपा ने इस बार भी के.एस. ईश्वरप्पा को एक बार फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। ईश्वरप्पा वर्तमान में कर्नाटक विधान परिषद में विपक्ष के नेता हैं। वर्ष 2012 से 2013 तक जगदीश शेट्टर की नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे ईश्वरप्पा इस बार कोई गलती दोहराने के मूड में नहीं हैं।संघ कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीति की शुरुआत करने वाले ईश्वरप्पा आपातकाल हटने के बाद 1982 में भाजपा के शिमोगा शहर इकाई के अध्यक्ष बना दिए गए । उन्हें 1992 में भाजपा की राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । 2000 में राजग सरकार में उन्हें केंद्रीय सिल्क बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया।2013 विधानसभा चुनावों में ईश्वरप्पा को कांग्रेस के प्रसन्ना कुमार ने लगभग 6,000 मतों के अंतर से हरा दिया। फिलहाल भाजपा ने शिमोगा में ईश्वरप्पा के वर्चस्व को देखते हुए एक बार फिर से उनपर भरोसा जताया है और उन्हें कांग्रेस के मौजूदा विधायक के खिलाफ मैदान में उतारा है।
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जे डी एस का त्रिकोण

भाजपा और कांग्रेस के अलावा इन चुनावों में जनता दल-सेक्युलर ने एच.एन. निरंजन को अपना उमीदवार बनाया है। माना जा रहा है कि बहुत थोड़े वोट प्रतिशत से इधर उधर हो जाने पर जे डी एस के निरंजन की जीत भी हो सकती है। इसके अलावा ऑल इण्डिया महिला इंपॉवरमेंट पार्टी ने मोहम्मद युसूफ खान, रिपब्लिकन सेना ने एम. रमेश, जन समानार्य पार्टी ने रमेश गौड़ा, नम्मा कांग्रेस ने एम. समीउल्ला, प्रोटिस्ट ब्लॉक इंडिया ने सुरेखा पी.वी. को दिग्गजों के खिलाफ चुनाव मैदान में उतारा है। इसके अलावा 12 निर्दलीय भी शिमोगा सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
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