आयकर विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार के एक मंत्री, एक कांग्रेसी सांसद और एक रिजॉर्ट पर छापा मारा। यह वही ईगलटन रिजॉर्ट है, वहां गुजरात कांग्रेस के 40 से ज्यादा विधायकों को पार्टी की टूट से बचाने के लिए हाईकमान ने रखा है।
बेंगलूरु। आयकर विभाग के अधिकारियों ने बुधवार को कांग्रेस के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार के एक मंत्री, एक कांग्रेसी सांसद और एक रिजॉर्ट पर छापा मारा। यह वही ईगलटन रिजॉर्ट है, वहां गुजरात कांग्रेस के 40 से ज्यादा विधायकों को पार्टी की टूट से बचाने के लिए हाईकमान ने रखा है। राज्यसभा चुनाव से पहले और विधायकों के पार्टी छोड़ने से अहमद पटेल का चुनाव जीतना मुश्किल हो सकता है। कांग्रेस ने इस एक्शन को बदले की कार्रवाई कहा है। हालांकि, भाजपा ने कहा है कि अगर ईगलटन रिजॉर्ट प्रबंधन ने कुछ गलत किया है तो कार्रवाई में कुछ भी गलत नहीं है।
पार्टी के ‘संकटमोचक’ डीके ब्रदर्स के यहां भी छापा
आयकर अधिकारियों ने डीके शिवकुमार, डीके सुरेश और कांग्रेस एमएलसी एस रवि के यहां भी छापा मारा है। कांग्रेस आलाकमान के बेहद खास माने जाने वाले डीके शिवकुमार और डीके सुरेश क्षेत्र में डीके ब्रदर्स के नाम से मशहूर हैं। पार्टी के ‘संकटमोचक’ होने के कारण इनकी सत्ता में ऊंची पहुंच है। आयकर अधिकारी जांच के लिए शहर से 60 किलोमीटर दूर बिदादी इंडस्ट्रियल क्षेत्र स्थित इस रिजॉर्ट में पहुंचे।
10 हजार रुपए है कमरे की शुरुआती कीमत
इस रिजॉर्ट में कमरे का एक दिन का किराया दस हजार रुपये से शुरू होता है। इस इलाके में कई मल्टीनेशनल कंपनियों के कार्यालय भी हैं। डीके सुरेश ने रिजॉर्ट में विधायकों के लिए हर तरह की सुविधाएं और अन्य जरूरतों के लिए अपने कजन और पार्टी एमएलसी एस रवि की मदद ली थी।
ये हैं डीके ब्रदर्स
डीके शिवकुमार कर्नाटक सरकार में ऊर्जा मंत्री हैं, वहीं डीके सुरेश बेंगलुरु ग्रामीण सीट से सांसद हैं। जिस इलाके में विधायकों को ठहराया गया है, वह डीके सुरेश के संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आता है और कनकपुरा (शिवकुमार का विधानसभा क्षेत्र) से भी महज एक घंटे की दूरी पर स्थित है। प्रदेश कांग्रेस में ताकतवर नेता माने जाने वाले शिवकुमार को राजनीतिक पंडित मुख्यमंत्री पद का दावेदार मानते हैं। पिछले चुनाव में जब कांग्रेस को प्रदेश में स्पष्ट बहुमत मिला था, उस वक्त शिवकुमार कनकपुरा सीट से एक लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे। उन्होंने अपने हलफनामे में 250 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्ति घोषित की थी। हाल के दिनों में पार्टी के लिए फंड जुटाने के काम में उनकी भूमिका अहम रही है।