भट ने निलंबन की खबरों से किया इनकार
वहीं दूसरी ओर अब्दुल गनी भट ने निलंबन की खबरों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के प्रमुख हैं और अंतिम दम तक वही रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने निजी स्तर पर दिनेश्वर शर्मा से मुलाकात की थी। मुस्लिम कांफ्रेंस के दो आम सदस्य मुझे बाहर नहीं कर सकते। उन्होंने हुर्रियत पर तंज कसते हुए कहा कि शौकिया घोड़ों से रेस नहीं जीती जाती। भट 1988 से मुस्लिम कांफ्रेंस से जुड़े हैं।
वहीं दूसरी ओर अब्दुल गनी भट ने निलंबन की खबरों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि वे पार्टी के प्रमुख हैं और अंतिम दम तक वही रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने निजी स्तर पर दिनेश्वर शर्मा से मुलाकात की थी। मुस्लिम कांफ्रेंस के दो आम सदस्य मुझे बाहर नहीं कर सकते। उन्होंने हुर्रियत पर तंज कसते हुए कहा कि शौकिया घोड़ों से रेस नहीं जीती जाती। भट 1988 से मुस्लिम कांफ्रेंस से जुड़े हैं।
हुर्रियत ने मिलने से किया था इनकार
आपको बता दें कि जब केंद्र के वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा पहली बार कश्मीर पहुंचे थे तो उसी दौरान हुर्रियत नेताओं ने उनसे मुलाकात करने से मना कर दिया था। हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के गुट का कहना था कि केंद्र सरकार ने दिनेश्वर शर्मा को मुख्य वार्ताकार नियुक्त कर कश्मीर मुद्दे को और उलझाने की कोशिश की है। हुर्रियन नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार के अधिकारी ने दिनेश्वर शर्मा से मुलाकात के लिए संपर्क साधा था, लेकिन वह उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के एक प्रतिनिधि ने चार और पांच नवंबर की दरम्यानी रात हुर्रियत अध्यक्ष से मिलने की इच्छा जताई ताकि उनकी बैठक नामित वार्ताकार से कराई जा सके। उन्होंने कहा कि हुर्रियत के मुताबिक ‘‘जबरन कराई जा रही बातचीत’’ को राजनीतिक या नैतिक आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता है।
आपको बता दें कि जब केंद्र के वार्ताकार दिनेश्वर शर्मा पहली बार कश्मीर पहुंचे थे तो उसी दौरान हुर्रियत नेताओं ने उनसे मुलाकात करने से मना कर दिया था। हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के गुट का कहना था कि केंद्र सरकार ने दिनेश्वर शर्मा को मुख्य वार्ताकार नियुक्त कर कश्मीर मुद्दे को और उलझाने की कोशिश की है। हुर्रियन नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार के अधिकारी ने दिनेश्वर शर्मा से मुलाकात के लिए संपर्क साधा था, लेकिन वह उनसे मुलाकात नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के एक प्रतिनिधि ने चार और पांच नवंबर की दरम्यानी रात हुर्रियत अध्यक्ष से मिलने की इच्छा जताई ताकि उनकी बैठक नामित वार्ताकार से कराई जा सके। उन्होंने कहा कि हुर्रियत के मुताबिक ‘‘जबरन कराई जा रही बातचीत’’ को राजनीतिक या नैतिक आधार पर सही नहीं ठहराया जा सकता है।