पंजाब में 117 में से 92 सीटें जीतकर आम आदमी पार्टी ने सरकार बना ली है। शनिवार को भगवंत मान के कैबिनेट ने शपथ ग्रहण किया। शपथ ग्रहण के अगले ही दिन यानि कि आज दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पंजाब के नवनिर्वाचित विधायकों के साथ वर्चुअल बैठक करेंगे। कहा जा रहा है कि इस बैठक वो में विधायकों कको कैसे काम करना है उसकी सीख देंगे।
स्पष्ट है भगवंत मान के कैबिनेट के मंत्री भी केजरीवाल के इशारों पर चलने वाले हैं। खुद मुख्यमंत्री बनने के बाद भगवंत मान ने चार बड़े निर्णय लिए। इसमें युवाओं के लिए 25 हजार की नौकरियों को मंजूरी, किसानों को मुआवजा, भ्रष्टाचार के खिलाफ हेल्पलाइन नंबर, 122 नेताओं का सुरक्षा कवर वापस लेना जैसे निर्णय शामिल है। इन निर्णयों में भी केजरीवाल की मंजूरी की संभावना जताई जा रही है। जिस तरह से शपथ ग्रहण के दौरान भगवंत मान ने तालियां बजवाई थीं। हर मौके पर मान केजरीवाल के ली आवभगत करने का एक अवसर नहीं छोड़ रहे हैं।
कैबिनेट के लिए मंत्रियों के चुनाव में भी केजरीवाल की भूमिका अहम मानी जा रही है। केजरीवाल ने इस बार दो विधायकों को छोड़कर बिल्कुल नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी।इस निर्णय के पीछे पिछली सरकार के कड़वे अनुभव को उन्होंने अधिक महत्व दिया। केवल उन्हीं चेहरों को केजरीवाल ने महत्व दिया जो उनके नाम पर जीतकर आए हैं।
सभी बिंदुओं के देखें तो स्पष्ट है सरकार में भले ही भगवंत मान हो पर इसका रीमोट कंट्रोल केजरीवाल के हाथ में हैं।