एक्जिट पोल के नतीजों से सभी दलों में बढ़ी है बैचेनी
आपको बता दें कि कर्नाटक चुनाव के बाद एक्जिट पोलों के परिणाम से अब एक नया मोड़ आ गया है। एक्जिट पोल मेम किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया गया है इससे सभी दलों की धड़कनें बढ़ गई हैं और सरकार बनाने को लेकर नई रणनीति बनानी शुरु कर दी है। जहां एक और कांग्रेस के सीएम उम्मीदवार और वर्तमान सीएम सिद्धरमैया ने यह कह कर सबको चौंका दिया है कि यदि आला हाईकमान सही समझे तो किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाया जाए। उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि सिद्धरमैया ने यह दांव एक्जिट पोल के नतीजों को देखते हुए खेला है ताकि यदि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो वे जेडीएस के साथ हाथ मिलाकर सरकार का गठन कर सकते हैं। दूसरी तरफ सिद्धरमैया के बयान पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मलिक्का अर्जुन खड़गे ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि हम दोनों के बीच मतभेद पैदा करने करने के लिए ऐसी बातों को तूल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सीएम उम्मीदवार का फैसला अंतत: आलाकमान ही करेगा। अब सियासी गलियारों में यह हवा बहनी शुरु हो गई है कि कांग्रेस जेडीएस के साथ मिलकर सरकार बना सकती है और मल्लिका अर्जुन खड़गे का नाम सीएम उम्मीदवार के लिए आगे बढा सकती है, क्योंकि जेडीएस और सिद्धरमैया के बीच रिश्ते ठीक नहीं हैं। आपको बता दें कि इन सबके बीच भाजपा ने भी दावा किया है कि वह अकेले दम पर राज्य में अगली सरकार बनाए गी। हालांकि एक्जिट पोलों के नतीजों से ऐसा होता नहीं दिख रहा है। अब इन सभी सवालों के जवाब तो 15 मई को मिलेगें जब ईवीएम बॉक्स खुलेंगे और मतगनणा होगी।