भोपाल

रात 8.30 बजे भदभदा चौराहे पर मिली 10 दिन से लापता डॉक्टर की अंतिम लोकेशन

newsहमीदिया अस्पताल से हुए थे लापता

भोपालJun 08, 2018 / 07:26 am

Rohit verma

रात 8.30 बजे भदभदा चौराहे पर मिली 10 दिन से लापता डॉक्टर की अंतिम लोकेशन

भोपाल. हमीदिया अस्पताल के लापता डॉक्टर की खोजबीन के लिए गठित टीम ने जांच शुरू कर दी है। जांच में डॉक्टर की अंतिम लोकेशन रात 8.30 बजे भदभदा चौराहे पर मिली। उसके बाद मोबाइल बंद हो गया। पुलिस ने गुरुवार को परिवार के लोगों का बयान दर्ज किया।

अशोक नगर निवासी डॉ. बृजेश पिता गंगाराम सिसौदिया (28) हमीदिया अस्पताल में पदस्थ हैं। दाता नगर में किराए के मकान में रहते हैं। 31 मई की रात उनकी ड्यूटी हमीदिया में लगी थी। रात करीब 8.30 बजे रिलीवर डॉक्टर से खाना खाने जाने का कहकर निकले, लेकिन न तो वे घर पहुंचे न ही अस्पताल लौटे। बाद में कोहेफिजा थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई गई।

घटना के 10 दिन बाद भी डॉक्टर का पता नहीं चला तो पुलिस ने एएसपी, सीएसपी, दो थाना प्रभारी व क्राइम ब्रांच सहित 10 सदस्यीय टीम गठित कर दी। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन खंगाला तो 31 मई की शाम 4 बजे मोबाइल बंद मिला। रात 8.30 बजे मोबाइल खुला और अंतिम लोकेशन भदभदा चौराहे पर मिली। करीब पांच मिनट बाद मोबाइल बंद हो गया।

 

युवती की लैंडलाइन पर हुई थी बात
जिस युवती के साथ डॉक्टर दाता नगर में किराए का कमरा लेकर रहे रहे हैं, उस युवती ने पुलिस को बताया कि ३१ मई को डॉक्टर सुबह आठ बजे घर से अस्पताल के लिए गए थे। वहां से दोपहर तीन बजे घर आए और पिज्जा ऑर्डर किया। खाने के बाद वे चले गए। शाम करीब ५ बजे युवती ने फोन लगाया तो बंद था, उसके बाद अस्पताल के लैंडलाइन पर डॉक्टर की बात हुई थी, तब मैने कहा था कि घर आना तो सब्जी और दूध ले आना। उसके बाद रात में फोन लगाया तो बंद था।

पढ़ाई के लिए पिता ने बेची जमीन
डॉक्टर की एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए पिता ने लोन लिया था और जमीन भी बेच दी थी। पढ़ाई पूरी होने के बाद सागर के बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी में जॉब किया। वहां से आगे की पढ़ाई के लिए पिछले साल भोपाल आ गए थे। पिता गंगाराम ने बताया कि २९ मई को सिर्फ दो मिनट बात हुई। बात-चीत से वह नॉर्मल लग रहा था।

लिवइन रिलेशनशिप में रह रहे थे डॉक्टर
डॉक्टर के बहनोई सागर निवासी रोहित ने बताया कि हम लोगों को नहीं पता था कि इनके साथ कोई लडक़ी रह रही है। गुम होने की सूचना मिलने पर भोपाल आए तो उनके रूम पर लडक़ी मिली। ये लोग लिवइन में रह रहे थे, घर वालों को जानकारी नहीं थी। बहनोई ने बताया कि डॉक्टर बनने के लिए उसने बहुत मेहनत की थी, जब वो कामयाब हो गया तो फिर कहीं क्यों जाएगा। जरूर उसके साथ कोई अनहोनी हुई है।

जांच में सामने आया है कि डॉक्टर पारिवारिक कारणों से काफी परेशान थे। इस कारण वो घर से कहीं चले गए हैं। मामले में टीम गठित की गई है। हम लोग डॉक्टर की खोज में लगे हुए हैं।
– राजेश सिंह भदौरिया, एएसपी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.