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लोकसभा चुनावः मोदी और प्रियंका के बीच जारी है नहले पर दहले का खेल

locationनई दिल्लीPublished: May 01, 2019 08:58:31 am

Submitted by:

Dhirendra

जीत को लेकर भाजपा और कांग्रेस के बीच जारी है जंग
इस बार चुनाव आचार संहिता के सबसे ज्यादा मामले में आ रहे हैं सामने
चुनावी नियमों का उल्लंघन करने में भी विभिन्‍न दलों के बीच प्रतिस्पर्धा चरम पर

priyanka-modi

लोकसभा चुनावः मोदी और प्रियंका के बीच जारी है नहले पर दहले का खेल

नई दिल्ली। भारतीय समाज में एक धारणा यह है कि जंग में सबकुछ जायज होता है। लोकसभा चुनाव 2019 के सियासी जंग में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। पीएम से लेेकर विरोधी दलों के नेता तक इस चुनावी मौसम में किसी से पिछड़ना नहीं चाहतेे। ये बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर भी पूरी तरह से लागू होता है। कभी प्रयागराज पहुंचकर पीएम मोदी सफाईकर्मियों के पांव धोते हैं तो प्रियंका गांधी वायनाड में भाई के साथ रोड शो में पत्रकार के घायल होने पर जूता उठाती नजर आती हैं। चुनावी जीत के लिए जहां पीएम इमोशनल कार्ड खेल रहे हैं तो कांग्रेस महासचिव गांधीगिरी को अपना हथियार बनाने पर उतारू हैं। यानि दोनों तरफ से सियासी नहले पर दहला का खेल जारी है। लेकिन इस गेम का असली खिलाड़ी कौन होगा इस बात का फैसला भी शायद उसी अंदाज में होगा जैसा कि हम हमेशा से सुनते आए है कि जंग में जो जीता वही सिकंदर होता है।
फिलहाल हम आपको मोदी बनाम प्रियंका के इस खेल के कुछ खास पहलुओं से अवगत कराते हैं ताकि आप भी समझ सकें कि जीत के लिए हर स्तर पर हर इंसान को बहुत कुछ करना पड़ता है। चाहे बात आम इंसान की हो या देश के प्रधानमंत्री की, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।
कांग्रेस के खिलाफ पीएम मोदी का इमोशनल कार्ड

01 अप्रैल, 2019:

पहली अप्रैल को वर्धा में पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वायनाड से चुनाव लड़ने के फ़ैसले को निशाना बनाते हुए कहा था कि अब कांग्रेस भी समझ रही है कि देश ने उसे सज़ा देने का मन बना लिया है। उनके नेता अब मैदान छोड़कर भागने लगे हैं। आतंकवादी हिंदू की सज़ा उनको मिल चुकी है और इसलिए भागकर के जहां देश का बहुसंख्यक अल्पसंख्यक में है, वहां शरण लेने के लिए मजबूर हो गए हैं।
09 अप्रैल, 2019

9 अप्रैल को नरेंद्र मोदी ने पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं से बालाकोट एयर स्ट्राइक में शामिल सैनिकों और पुलवामा में मारे गए जवानों के नाम पर वोट देने की अपील की। लातूर में नरेंद्र मोदी ने कहा कि फर्स्ट टाइम वोटर्स को कहना चाहता हूं कि क्या आपके जीवन का पहला वोट पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक करने वाले वीर जवानों को समर्पित हो सकता है। क्या आपका पहला वोट पुलवामा में जो वीर शहीद हुए हैं उन वीर शहीदों के नाम समर्पित हो सकता है?
21 अप्रैल, 2019

21 अप्रैल को गुजरात के पाटन में मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा कि ख़बरदार पाकिस्तान, हमारे पायलट को एक खरोंच नहीं पड़ना चाहिए। इस इमोशनल कार्ड का असर अमरीकी विदेश विभाग का प्रवक्ता भी प्रभावित हुआ। इस भाषण के बाद अमरीकी प्रवक्ता ने तब कहा था कि अगर ऐसा हुआ तो भारत कोई बड़ी कार्रवाई करेगा। मोदी एक साथ 12 मिसाइलों से हमले कर देगा। अच्छा हुआ कि उन्होंने अपने कदम वापस खींच लिए वरना यह कत्ल की रात होती। इस दौरान उन्होंने एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक का भी ज़िक्र करते हुए एक बार फिर सेना के नाम पर वोट डालने की अपील की थी। राजस्थान के बाड़मेर में मोदी ने पाकिस्तान को चेतावनी दिया कि भारत के पास परमाणु हथियार दिवाली के लिए नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान कहता था कि हमारे पास न्यूक्लियर बटन है… तो हमारे पास क्या है… ये दिवाली के लिए रखा है क्या?
27 अप्रैल, 2019

एक साक्षात्कार में पीएम मोदी ने कहा कि तीन चरण के मतदान तक विरोधियों की गालियों का फोकस सिर्फ मोदी ही था, लेकिन तीन चरण के बाद अब फोकस बंट गया है। अब आधी गाली मोदी को पड़ती है और आधी ईवीएम को। तीन चरणों के माहौल को देखने की वजह से ऐसा हुआ है।
30 अप्रैल, 2019

बिहार के मुजफ्फरपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संपूर्ण विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि चार चरण के चुनाव के बाद विपक्ष चारों खाने चित्त हो गया है। अब आने वाले चरणों में तय होना है कि उनकी हार कितनी बड़ी होगी।
जो जेल में हैं वो जेल के दरवाजे पर हैं। जो बेल पर हैं वो बेल के लिए कोर्ट का चक्कर काट रहे हैं। वो सब केंद्र में मजबूत सरकार को एक मिनट भी देखना नहीं चाहते हैं। अभी तो हमने उन्हें बेल लेने के लिए मजबूर किया है। आगे तो उन्हें मॉल का भी जवाब भी देना होगा। विपक्ष केंद्र में कमजोर सरकार चाहता है ताकि उनकी चोरी और बेईमानी जारी रहे। विरोधी पार्टियां अब इस हैसियत में भी नहीं हैं कि उन्हें विपक्ष का दर्जा मिल सके।
वो जमाना गया जब आतंकी हमें नुकसान पहुंचाया करते थे। अब हम उन्हें घर में घुसकर मारने लगे हैं। बाज नहीं आए तो आगे भी घुसकर मारेंगे।

मोदी के खिलाफ प्रियंका की गांधीगिरी
13 मार्च, 2019

कांग्रेस महासचिव बनने के बाद प्रियंका गांधी ने पहली बार नरेंद्र मोदी के गृह राज्य के गांधीनगर में गांधीगिरी का परिचय देते हुए पीएम पर मोदी पर हमला बोला। सात मिनट के अपने पहले भाषण की शुरुआत उन्होंने भाईयों एवं बहनों से किया। प्रियंका गांधी ने जनता का नब्ज छूने की कोशिश करते हुए लोगों से जागरूकता की अपील की। मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है उससे मैं दुखी हूं। लोगों को बांटा जा रहा है, नफरत फैलाई जा रही है और जो सच्चे मुद्दे हैं उनकी बात सरकार नहीं करती। मैं दिल से कहना चाहती हूं कि आपकी जागरुकता एक हथियार है। यह एक ऐसा हथियार है, जिससे किसी को दुख नहीं देना है किसी को चोट नहीं पहुंचानी है, पर यह आपको मजबूत बनाएगा।
प्रियंका गांधी ने कहा कि गुजरात से गांधी जी ने प्रेस, अहिंसा की आवाज उठाई थी। मैं सोचती हूं कि हमारी आवाज भी यहीं से उठनी चाहिए। जो अपनी फितरत की बात करते हैं उनसे पूछिए कि देश की फितरत क्या है। अब ये आवाज आप यहां उठाएंगे। आने वाले दिनों में सही निर्णय लीजिए, सही मुद्दे उठाइए। देश आपका है और आपने ही इसे बनाया है। यह देश किसानों का है, नौजवानों का है।
इमोशनल कार्ड खेलते हुए उन्होंने कहा कि मेरा भाई पीएम मोदी की सभी आलोचनाओं को मुस्कुरा कर सहता है। मोदी एक कमजोर प्रधानमंत्री हैं, वह नहीं चाहते हैं कि जनता उनसे सवाल करे। अगर हमने आज सबक नहीं सिखाया तो सबको दुख सहना पड़ेगा।
29 मार्च, 2019

29 मार्च को अयोध्या, रायबरेली और अमेठी के क्रम में प्रियंका गांधी अमेठी के परसौली गांव पहुंची। वहां पर उन्होंने मोदी की चाय पर चर्चा का जवाब गुड़ और चटनी के साथ लोगों से चर्चा कर दी।
पांच अप्रैल, 2019

पांच अप्रैल को केरल के वायनाड कलेक्टर कार्यालय में नामांकन पत्र भरा उसके बाद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने रोड शो किया। इस दौरान भगदड़ की वजह से कुछ पत्रकार घायल हो गए। घायल पत्रकारों की मदद के लिए राहुल और प्रियंका गांधी सामने आए जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। इस वीडियो में घायल हुए पत्रकार के जूतों को प्रियंका ने अपने हाथों से उठाया और जूतों को एंबुलेंस में रखा, जिसमें घायल पत्रकार को अस्पताल ले जाया जा रहा था। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भीड़ में आकर घायल पत्रकार को स्ट्रेचर की मदद से एंबुलेंस तक पहुंचाया।
नुवाउआ कुआन प्रयागराज

वायनाड रोड शो से पहले नुवाउआ कुआन में प्रियंका गांधी अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार कर रही थीं। इस दौरान प्रयागराज से आए एक व्यक्ति प्रियंका गांधी को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का पोर्ट्रेट गिफ्ट करने के लिए लाया था, लेकिन गिफ्ट करने पहले ही उसका कांच टूट गया जिससे उस व्यक्ति के हाथ से खून बहने लगा। यह देखकर प्रियंका गांधी ने क्रीम लगाकर पट्टी बांधी थी।
अप्रैल, 2019

लोकसभा चुनाव प्रचार के पहले चरण में पश्चिमी यूपी के बिजनौर में रोड शो के लिए पहुंची प्रियंका गांधी सामने कुछ भाजपा समर्थकों ने मोदी मोदी के नारे लगाए, तो जवाब में प्रियंका गांधी ने उनकी तरफ फूलों की माला फेंक दी। हालांकि भाजपा समर्थकों की नारेबाजी के जवाब में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी चौकीदार चोर है जैसे नारे लगाए।
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