राम कदम ने अपने बयान पर माफी मांगने से किया इनकार
राम कदम के इस बयान के बाद एक बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। राम कदम ने ये बयान सोमवार की रात मुंबई के घाटकोपर इलाके में एक दही-हांडी के कार्यक्रम में दिया। हैरानी वाली बात ये है कि जब मीडिया ने उनके इस बयान को लेकर दोबारा से उनकी राय जानना चाही तो उन्होंने बड़े शान से इस बयान पर माफी मांगने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि मैंने कुछ गलत नहीं कहा है, मैं अपने बयान पर कायम हूं।
विरोधी दलों के नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रिया राम कदम के बयान विरोधियों ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी है। राकांपा विधायक जितेंद्र आव्हाड एक टवीट के माध्यम से आलोचना करते हुए कहा कि वेताल वक्तव्य करने वाले भाजपा नेता ने एक और विवादास्पद बयान दिया है। रक्षाबंधन और दहीकला (गोकुलाष्टमी) के पवित्र उत्सव के अवसर पर विधाकय ने तारे को तोड दिया है, उनके राज में महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी। वहीं एनसीपी के प्रवक्ता नवाब मलिक ने कहा कि राम कदम ने ये बयान देकर खुद को भाजपा के रावण के रूप में प्रस्तुत किया है। नवाब ने कहा है कि ऐसी बातें करने वाले को राम कदम नहीं बल्कि रावण कदम कहा जाना चाहिए।