जानकारी के मुताबिक, हर्षवर्धन पाटिल ने महाराष्ट्र सीएम देवेन्द्र फडणवीस की मौजूदगी में बीजेपी का दामन थामा। इस दौरान फडणवीस ने कहा कि वह पिछले पांच साल से पाटिल के भाजपा में शामिल होने का इंतजार कर रहे थे।
इस दौरान सीएम ने यह भी संकेत दिए कि पाटिल इंदापुर विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हो सकते हैं. यह सीट पुणे जिले में पड़ती है. पाटिल के जाने से राज्य में कांग्रेस को दूसरा बड़ा झटका लगा है। इससे पहले राधाकृष्ण विखे पाटिल लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस छोड़ भगवा दल में शामिल हो गए थे और फडणवीस सरकार में कैबिनेट मंत्री बन गए थे।
पढ़ें- अलका लांबा की सदस्यता मुश्किल में, विधानसभा अध्यक्ष ने भेजा नोटिस गौरतलब है कि हर्षवर्धन पाटिल इंदापुर विधानसभा सीट से चार बार विधायक रह चुके हैं। हालांकि, 2014 विधानसभा चुनाव में पाटिल को हार का सामना करना पड़ा था। यहां आपको बता दें कि कांग्रेस और राकांपा के कई नेता और विधायक बीजेपी और शिवसेना में शामिल हो चुके हैं।
पढ़ें- मुंबई: एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने छोड़ी कांग्रेस, लगाया पार्टी में गुटबाजी का आरोप कई नेताओं ने तो कांग्रेस पार्टी पर काफी गंभीर आरोप भी लगाए हैं। हाल ही में उर्मिला मातोंडकर ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने पार्टी के अंदर गुटबाजी का आरोप लगाया है। अब देखना यह है कि चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी अपनी स्थिति मजबूत कर पाती है या एक बार फिर बीजेपी और शिवसेना का परचम लहराएगा।