उन्होंने आगे कहा कि 'बीजेपी को महाराष्ट्र की सत्ता से दूर रखने के लिए शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस साथ आई थी और महाविकस आघाडी गठबंधन की सरकार बनाई थी। गठबंधन होने के बावजूद एनसीपी मालेगांव, भिवंडी और कई जगहों पर कांग्रेस के खिलाफ के खिलाफ खड़ी हुई।'
कांग्रेस की पीठ में घोंपा छुरा
इसके बाद उन्होंने कहा कि 'एनसीपी ने बीजेपी से हाथ मिलाकर कर कांग्रेस की पीठ में छुरा घोंपा है।' उन्होंने ये कहा कि 'MVA की तीनों ही पार्टियों ने ये तय किया था कि अधिकतर जिला परिषद में तीनों साथ रहेंगे। NCP हमेशा महा विकास अघाड़ी के तीन घटकों को एकजुट रखने के पक्ष में रही है।'
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नाना पटोले ने जानकारी दी कि एनसीपी के इस निर्णय पर उन्होंने उसके नेताओं से संपर्क किया था लेकिन क्या बात हुई इसपर कोई जानकारी उन्होंने नहीं दी। एनसीपी के रुख ने एक बार फिर से कांग्रेस को नाराज कर दिया है। इससे पहले भी कांग्रेस के महाराष्ट्र के एक नेता ने शी पार्टी हाई कमान से एनसीपी के नेताओं के व्यवहार पर नाराजगी व्यक्त की थी।