जानकारी के मुताबिक, भास्कर जाधव ने रत्नागिरी जिले के अपने गृह क्षेत्र गुहागर में समर्थकों के साथ बैठक की। इस बैठक में ही उन्होंने एनसीपी को छोड़ने का फैसला किया। जाधव के इस फैसले का उनके समर्थकों ने भी समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि दो हफ्ते पहले मेरी शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात हुई थी। उन्होंने मुझे पार्टी में शामिल होने का प्रस्ताव दिया था।
गुहागर से चुनाव लड़ने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि मुझसे कहा गया तो जरूर लड़ूंगा। हालांकि, अंतिम फैसला शिवेसना नेतृत्व लेगा। गौरतलब है कि हाल में विपक्षी एनसीपी और कांग्रेस से कई वरिष्ठ नेता राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी और शिवसेना में शामिल हुए।
पढ़ें- विधानसभा चुनाव से पहले इनेलो को लगा सबसे बड़ा झटका, 15 साल बाद अशोक अरोड़ा ने छोड़ी पार्टी जाधव ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत शिवसेना से की थी। वह वर्ष 2000 में राकांपा में शामिल हुए और बाद में राज्य की कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार में मंत्री भी बने। पिछले ही महीने राकांपा विधायक अवधूत तटकरे ने भी शिवसेना में शामिल होने की घोषणा की थी।
पढ़ें- बाबरी केस के लपेटे में कल्याण सिंह, CBI ने कोर्ट से की समन जारी करने की मांग वह सोमवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में पार्टी का दामन थामेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि बीजेपी और शिवसेना चुनाव से पहले महाराष्ट्र में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुटी है। अब देखना यह है कि इस बड़े बदलाव से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव पर क्या असर पड़ता है।