मीडिया से बात करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने दावा किया कि
उद्धव ठाकरे (
Uddhav Thackeray ) नीत सरकार के एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, उन्होंने मंत्री का नाम नहीं बताया। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से महाराष्ट्र सरकार में मंत्रालयों के आवंटन को लेकर तीनों दलों के बीच असहमति की खबरें हैं। ऐसे में गठबंधन अस्वाभाविक है। उन्होंने साफ कहा कि अभी एक मंत्री ने इस्तीफा दे दिया है और कुछ दिनों में सरकार खुद ही गिर जाएगी, क्योंकि
शिवसेना और कांग्रेस-NCP के बीच कोई वैचारिक समानता नहीं है।
गडकरी ने एक उदाहरण देते हुए बताया कि शिवसेना प्रमुख दिवंगत बाल ठाकरे अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों को मुंबई से बाहर का रास्ता दिखाना चाहते थे, लेकिन मौजूदा सरकार इसके खिलाफ है। वह जाहिर तौर पर नागरिकता संशोधन कानून को लेकर महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन के कुछ हलकों से आ रहे विरोधी बयानों की ओर इशारा कर रहे थे। हालांकि, गडकरी के इस बयान पर शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन, चर्चा यह है कि नये सरकार में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। गौरतलब है कि शनिवार को शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा था कि उनकी पार्टी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों का समर्थन करती है। अब देखना यह है कि आने वाले समय में राज्य की राजनीति किस करवट बैठती है।